Jharkhand News: टीबी उन्मूलन को ले 25 अक्टूबर तक घर-घर चलेगा अभियान
Jharkhand News टीबी उन्मूलन की दिशा में सहिया और स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर टीबी के मरीजों को चिह्नित करने का काम करेंगे। इसके अंतर्गत 343196 घरों पर जाकर टीबी मरीजों की पहचान की जाएगी। इस दौरान मरीजों की जांच की जाएगी।
रांची,जासं। टीबी उन्मूलन की दिशा में सहिया और स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर टीबी के मरीजों को चिह्नित करने का काम करेंगे। इसके अंतर्गत 3,43,196 घरों पर जाकर टीबी मरीजों की पहचान की जाएगी। इस दौरान मरीजों की जांच की जाएगी। मामला पॉजिटिव होने पर मरीजों को दवा चलाई जाएगी, जिनका इलाज निश्शुल्क होगा। इसकी जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डा विनोद कुमार ने बताया कि इसे लेकर मंगलवार से 25 अक्टूबर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि रांची जिला को राज्य द्वारा 1331 टीबी मरीजों की खोज का लक्ष्य दिया गया है। सभी प्रखंडों एवं शहरी क्षेत्रों को टीबी मरीजों की खोज संबंधित लक्ष्य तय किया गया है।
मरीज को बिना डोनर के तत्काल रक्त की व्यवस्था करने की मांग:
भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, रांची शाखा के कार्यकारिणी सदस्य सह प्रवक्ता किशन अग्रवाल ने एक पत्र के माध्यम से रांची के उपायुक्त सह भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, रांची शाखा के अध्यक्ष का ध्यानाकर्षण करते हुए कहा कि अगर कोई मरीज गंभीर है और उसे तत्काल रक्त की जरूरत हो, तो उसे बिना किसी डोनर के तुरंत रक्त देने की व्यवस्था की जाए।
किशन अग्रवाल ने पत्र के माध्यम से कहा कि विगत कुछ वर्षों से विभिन्न जिलों से रांची में इलाज कराने वाले लोगों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। शहर में लगभग सभी अस्पतालों में ब्लड बैंक है। रेड क्रॉस सोसाइटी सहित अन्य कई ब्लड बैंक भी है। लेकिन जरूरतमंदों को रक्त तभी मिलता है, जब वे एक डोनर की व्यवस्था कर पाते हैं। ऐसे में जरूरत के समय बिना डोनर के ही मरीज को रक्त देने की व्यवस्था की जाए। इस व्यवस्था के शुरू हो जाने से मरीजों को काफी राहत मिलेगी। खास करके दूसरे जिले से इलाज कराने के लिए पहुंचे मरीजों के परिजन डोनर खोजने में परेशानी और दलालों के चंगुल से भी बच सकेंगे।