Ranchi news : डॉक्टरों ने ली शपथ किसी भी रूप में नहीं करेंगे तंबाकू का सेवन
महात्मा गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर सिविल सर्जन ने सभी डॉक्टरों के साथ कार्यालय में तंबाकू नहीं लेने की शपथ ली। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा विनोद कुमार ने समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को तंबाकू व तंबाकू उत्पाद को उपयोग न करने की शपथ दिलवाई।
रांची (जासं,): महात्मा गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर सिविल सर्जन ने सभी डॉक्टरों के साथ कार्यालय में तंबाकू नहीं लेने की शपथ ली। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा विनोद कुमार ने समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को तंबाकू व तंबाकू उत्पाद को उपयोग न करने की शपथ दिलवाई। साथ ही सभी स्टाफ से अपील की कि समाज के सभी लोगों को तंबाकू न सेवन करने के लिए प्रेरित करने का कार्य करेंगे।
इस मौके पर मौजूद जिला राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के जिला नोडल पदाधिकारी डॉ आर एन शर्मा ने भी तंबाकू व धूमपान के दुष्परिणाम को लेकर सभी को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है पूरे देश में तंबाकू के सेवन से साल भर में 1300000 लोगों की मौत होती है। इसे होने वाली मौत में बड़ी संख्या में युवा वर्ग भी शामिल है। इसे लेकर सभी से तंबाकू का सेवन न करने की अपील की की गई और कहा गया कि जिंदगी चुने तंबाकू नहीं।
इस बीच लोगों को बताया गया कि धूमपान करने वाले एवं तंबाकू के सेवन करने वालों को इसके दुष्परिणाम के बारे में बताया जाना चाहिए। तभी इस लाइलाज समस्या से छुटकारा मिल सकेगा। इस आदत से मुक्ति के लिए आवश्यक है इच्छाशक्ति मजबूत कर इसका इस्तेमाल छोड़ दिया जाए। इसे छोड़ने के बाद एक या दो दिन तक ब्रिडाल के लक्षण उत्पन्न होते हैं, बेचैनी होती है मगर स्वत: ठीक हो जाती है। युवाओं को जागरूक करने की जरूरत है। युवाओं में तंबाकू का सेवन तेजी से बढ़ रहा है। स्कूल के सिलेबस में भी तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में अब बताया जा रहा है। माता-पिता को भी चाहिए कि वो अपने बच्चों की काउंसेलिंग करें, उन्हें तंबाकू के दुष्परिणाम के बारें में बताएं, उनसे खुलकर बात करें। धूम्रपान के सेवन से केवल स्वास्थ्य को खतरा नहीं है बल्कि इससे आर्थिक क्षति भी पहुंचती है।