आंत की सर्जरी कर मरीज की बचाई जान, विलंब होने पर हो सकती थी परेशानी Ranchi News
Ranchi Jharkhand News Health Update रांची के एक क्लिनिक में कोविड काल के बीच आंत की सर्जरी की गई। पांच घंटे में कोविड की जांच रिपोर्ट मिली। 12 घंटे विलंब से ऑपरेशन करने पर परेशानी बढ़ सकती थी।
रांची, जासं। Ranchi Jharkhand News कोविड काल में सामान्य मरीजों के इलाज को लेकर समस्या काफी बढ़ गई है। बेड के अभाव में मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है। इसी दिशा में चिकित्सकों के सराहनीय प्रयास से समय रहते एक मरीज की जान बचाई जा सकी। सलोमी नाग, हटिया (56 वर्ष) को पेट में दर्द, उल्टी और पेट का आकार बड़ा होने से स्थिति गंभीर बनी हुई थी। चिकित्सकों द्वारा जांच करने पर पता चला कि मरीज को ऑब्स्ट्रक्टेक इंसीजनल हर्निया था। हर्निया में छोटी आंत फंस गई थी, जिस कारण इंटेस्टाइनल ऑब्स्ट्रक्शन हो गया था।
मरीज की मौजूदा स्थिति को देखते हुए कोविड की जांच कर तत्काल रिपोर्ट उपलब्ध कराई गई। उसी दिन शाम को मरीज का ऑपरेशन किया गया और छोटी आंत को हर्निया से निकालकर पेट में डालने के बाद प्रोलीन मेश में लगाकर हर्निया का रिपेयर किया गया। ऑपरेशन टीम में गिरिजा सर्जिकल क्लीनिक के लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉक्टर सुनील कुमार, डॉ. दशरथ सहित अन्य का सहयोग रहा। डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि 12 घंटे के अंदर मरीज का ऑपरेशन नहीं करने पर आंत सड़ने का खतरा रहता और इसमें मरीज की जान भी जा सकती थी।
मारवाड़ी मंच आयोजित करेगा रक्तदान शिविर
कोरोना संकट के बीच आम जन कई अन्य घातक बीमारियों के उपचार में समस्याओं का सामना कर रहे हैं। कोरोना महामारी, विशेषकर खून की कमी से जूझ रहे मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। इस संकटकाल में रक्तदान करने वालों की संख्या में लगातार कमी देखी गई है। इससे ब्लड बैंकों को पर्याप्त मात्रा में खून को स्टोर करने में समस्या हो रही है। रक्त की कमी को देखते हुए मंच के अध्यक्ष दीपक गोयनका ने बताया कि मारवाड़ी युवा मंच रांची शाखा द्वारा 16 मई सुबह 10 से 4 बजे तक चैंबर भवन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। कोविड काल में भी तमाम सुरक्षा नियमों को अपनाते हुए रक्तदान किया जा सकता है। रक्तदान महादान है और कोविड संक्रमण से इसका कोई संबंध नहीं है।