लोहरदगा में किशोर की मौत के बाद अस्पताल में डाॅक्टर व कर्मचारी की पिटाई Lohardaga News
Jharkhand News लोहरदगा सदर अस्पताल में जमकर बवाल हुआ। डीएसपी व सदर थाना प्रभारी पहुंचे। कीटनाशक खाने के बाद इलाज के लिए किशोर को स्वजन अस्पताल लाए थे। सिविल सर्जन डा. विजय कुमार का कहना है कि उन्हेंं मामले की जानकारी नहीं है।
लोहरदगा, जासं। संत उर्सुला अस्पताल स्थित लोहरदगा सदर अस्पताल में शुक्रवार को इलाजरत किशोर को दूसरे अस्पताल ले जाने के क्रम में मौत हो गई। इससे आक्रोशित स्वजन ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। उन्होंने ड्यूटी पर तैनात डाक्टर गणेश मल्लिक और स्वास्थ्य कर्मचारी जियारत हुसैन उर्फ मंझला के साथ मारपीट की। इसके बाद ओपीडी सेवा बंद कर दी गई है।
बताया गया कि राणा चौक धोबी मोहल्ला निवासी डीआरडीए के चतुर्थवर्गीय कर्मचारी अशोक राम के पुत्र यश कुमार (16 वर्ष) ने इसी वर्ष मैट्रिक की परीक्षा पास की थी। धोखे में उसने कीटनाशक का सेवन कर लिया था। उसकी हालत गंभीर हो गई थी। उसे गुरुवार सुबह 11 बजे गंभीर हालत में इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां प्राथमिक उपचार किया गया।
शुक्रवार सुबह हालत ज्यादा बिगडऩे पर परिजन ने डाक्टर गणेश मल्लिक से संपर्क किया। डॉक्टर ने किशोर के बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स रेफर कर दिया। इसके बाद स्वजन ने 108 एंबुलेंस को फोन किया। एंबुलेंस पहुंचने के बाद स्वजन ने चालक से कहा कि इलाज के लिए रामगढ़ चलना है। एंबुलेंस चालक ने कहा कि वह नियमानुसार मरीज को इलाज के लिए रांची रिम्स ले जा सकता है।
इस बात को लेकर कुछ देर कहासुनी होती रही। इसके बाद स्वजन मरीज को लेकर एक अन्य वाहन से रामगढ़ जा रहे थे। तभी कुडू थाना क्षेत्र के चिरी के पास किशोर की मौत हो गई। पुन: स्वजन शव लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। आरोप है कि डाक्टर गणेश मल्लिक से उनके कक्ष में धक्का-मुक्की करने लगे। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बीच-बचाव कर डाक्टर को उनके चंगुल से छुड़ाया।
इसके बाद स्वजन स्वास्थ्य कर्मचारी जियारत हुसैन उर्फ मंझला को खींचकर बाहर ले गए। उनके साथ मारपीट करने लगे। सिर फोड़ दिया। इसी बीच मामले की सूचना सदर थाने को दी गई। डीएसपी मुख्यालय परमेश्वर प्रसाद, सदर थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक केश्वर साहू दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। सभी पूछताछ की। मृतक के पिता अशोक राम ने कहा कि मारपीट की बात अफवाह है।
उन्होंने मारपीट नहीं की है। कहा कि एक तो उनके बेटे की जान ले ली गई। ऊपर से उन्हीं पर प्राथमिकी भी दर्ज कराई जा रही है। वह घटना से तरह टूट गए हैं। उधर, डा. गणेश मल्लिक का कहना है कि उनके साथ दुव्र्यवहार किया गया। वह ड्यूटी का पालन कर रहे थे। किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गई है। उधर, सिविल सर्जन डा. विजय कुमार का कहना है कि उन्हेंं मामले की जानकारी नहीं है।
वहीं, डीएसपी मुख्यालय परमेश्वर प्रसाद का कहना है कि फिलहाल किसी भी पक्ष की ओर से प्राथमिकी के लिए कोई भी आवेदन नहीं दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। किशोर के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।