Lockdown Extension: लॉकडाउन में नहीं मिल पा रहा राशन तो डायल करें 181, 24 घंटे सातों दिन सहायता
Lockdown Extension. लॉकडाउन में 181 पर 24 घंटे कॉल करके जानकारी एवं सहायता ले सकते हैं। राज्य सरकार के लिए यह व्यवस्था बहुत ही सहायक सिद्ध हो रही है।
रांची, राज्य ब्यूरो। राज्य स्तरीय कोरोना नियंत्रण कक्ष में कोरोना से संबंधित किसी भी जानकारी एवं सहायता के लिए 181 पर 24 घंटे कॉल करके जानकारी एवं सहायता ले सकते हैं। यहां 24 घंटे एक डॉक्टर, एक प्रशासनिक और एक पुलिस अधिकारी मौजूद रहते हैं। ये लोग विशेषज्ञ के रूप में कार्य कर रहे हैं, साथ ही संबंधित मामले पर कार्रवाई भी कर रहे हैं। इतना ही नहीं, यहां हर कॉल की मॉनिटरिंग की जा रही है एवं संबंधित मामले को त्वरित रूप से संबंधित विभाग एवं संबंधित जिले को सूचित किया जा रहा है।
राज्यस्तरीय कोरोना नियंत्रण कक्ष में अबतक 7,498 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें 4,300 शिकायतों का समाधान किया जा चुका है। खाद्य आपूर्ति से संबंधित 2,869, चिकित्सा संबंधित 478, विधि व्यवस्था से संबंधित 383, झारखंड में फंसे 369 लोगों की शिकायतें और 201 अन्य शिकायतों का समाधान कर लिया गया है। गढ़वा के चिनिया प्रखंड के चंदन गुप्ता सहित लगभग 20 मजदूर राजस्थान के जोधपुर शहर से घर लौटे थे। इन लोगों को पंचायत सचिवालय में क्वारंटाइन किया गया था। क्वारंटाइन सेंटर में खाद्य सामग्री की उपलब्धता नहीं होने के कारण लोगों के समक्ष खानपान की समस्या उत्पन्न हो गई थी। राज्य सरकार के टोल फ्री नंबर 181 के माध्यम से शिकायत दर्ज कराने के बाद गढ़वा जिला प्रशासन ने वहां खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई।
इसी तरह रांची के सुखदेवनगर निवासी एचआइवी पीडि़त ने दवाइयां खत्म होने तथा लॉकडाउन की वजह से खरीदने में असमर्थता जताई। 181 में कॉल करने पर कोरोना नियंत्रण केंद्र द्वारा सिविल सर्जन, रांची से संपर्क किया गया, जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित बीमारी की दवाई रिम्स से उपलब्ध कराई गई। वहीं, पलामू के विश्रामपुर प्रखंड के सोनी कुमार की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के कारण उन्हें खाने की समस्या उत्पन्न हो गई थी। राज्य कंट्रोल रूम के पदाधिकारियों के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने ग्राम पंचायत के माध्यम से उसे 10 किलो चावल उपलब्ध कराया।
गढ़वा की सुनैना को ढाई घंटे के अंदर राशन मिला
गढ़वा की सुनैना देवी ने 181 पर फोन कर सोमवार को दोपहर बताया कि उनकी मजदूरी बंद हो गई है। उनके पास खाने की समस्या उत्पन्न हो गई है। राशन कार्ड भी नहीं है। इस बात की जानकारी जिला आपूर्ति पदाधिकारी गढ़वा को दी गई जिस पर उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए ढाई घंटे के अंदर ही उन्हें खाने हेतु राशन उपलब्ध करा दिया।
हजारीबाग में दिव्यांग को मिला राशन
हजारीबाग के एक दिव्यांग ने भी 181 पर कॉल कर लॉक डाउन की वजह से खाने की समस्या हेतु सहायता के लिए फोन किया जिसकी जानकारी राज्य स्तरीय कोरोना नियंत्रण केंद्र द्वारा हजारीबाग के संबंधित पदाधिकारी को दी गई। तुरंत खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध कराई गई।
जामताड़ा के खुर्शीद को मिला 20 किलो अनाज
जामताड़ा निवासी खुर्शीद अली ग्रिल दुकान में काम करते हैं और लॉक डाउन की वजह से उनका कार्य बंद है। उन्हें राशन की समस्या हो गई थी जिसकी सूचना मिलने के बाद जामताड़ा जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने खुर्शीद अली को 10-10 किलो चावल और गेहूं उपलब्ध कराया।
सरायकेला के मोतीलाल मांझी को मिला राशन
सरायकेला प्रखंड के मोतीलाल मांझी का राशन कार्ड अपडेट नहीं होने के कारण उन्हें डीलर द्वारा राशन मिलने में दिक्कत आ रही थी। इसकी शिकायत करने पर सरायकेला के प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा मोतीलाल मांझी को खाद्यान्न के रूप में 10 किलोग्राम चावल उपलब्ध कराया गया।
पलामू के चंदन को मिला चावल
पलामू के चंदन चौहान द्वारा राशन कार्ड के लिए अप्लाई किया गया था परंतु उनका अभी राशन कार्ड बन कर नहीं आया था। उन्होंने 181 पर संपर्क किया जिस पर संज्ञान लेते हुए कोरोना नियंत्रण केंद्र द्वारा पलामू के प्रखंड विकास पदाधिकारी को सूचित किया गया, तुरंत 10 किलो चावल मिल गया चंदन को।