Dhanbad Judge Murder Case: न्यायाधीश उत्तम आनंद के पार्थिव शरीर को लाया गया हजारीबाग, सदमे में पूरा परिवार

धनबाद में जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत के बाद उनका पार्थिव शरीर बुधवार की देर रात हजारीबाग शिवपुरी स्थित उनके आवास पर लाया गया। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए काफी संख्या में शहर के लोग भी जुटे हैं। पूरा परिवार सदमे में है।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 10:27 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 10:37 AM (IST)
Dhanbad Judge Murder Case: न्यायाधीश उत्तम आनंद के पार्थिव शरीर को लाया गया हजारीबाग, सदमे में पूरा परिवार
न्यायाधीश उत्तम आनंद के पार्थिव शरीर को लाया गया हजारीबाग, सदमे में पूरा परिवार। जागरण

रांची/ हजारीबाग, जासं । धनबाद में जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत के बाद उनका पार्थिव शरीर बुधवार की देर रात हजारीबाग शिवपुरी स्थित उनके आवास पर लाया गया। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए काफी संख्या में शहर के लोग भी जुटे हैं। उनकपूरा परिवार सदमे में है। न्यायाधीश उत्तम आनंद के छोटे भाई सुमन आनंद ने पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है। बताया कि सीसीटीवी फुटेज से स्पष्ट है कि उनकी हत्या की गई है। कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच हो। मेरे भाई के हत्यारे को सजा मिले। लोगों को न्याय देने वाले के परिवार को आज खुद इंसाफ की जरूरत है। हजारीबाग मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया।

जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत मामले में बड़ा खुलासा तब हुआ। जब उनकी  पोस्‍टमार्टम र‍िपोर्ट आई। जिसमें उनके सर में हथौड़े से सर में चोट के न‍िशान म‍िले। इससे पहले हादसा प्रतीत हो रहा यह मामला अब हत्या का एंगल भी जुड़ गया है। पुलिस भी अब इसे सुनियोजित हत्या मान कर जांच को आगे बढ़ा रही है। हालांकि इस मामले में फिलहाल पुलिस को बोलने से भी बच रही है। बता दें कि बुधवार को मॉर्निंग वॉक के दौरान न्यायाधीश उत्तम आनंद को सामने से आ रहे ऑटो ने टक्कर मार दी थी। जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी।

न्यायाधीश उत्तम आनंद धनबाद के चर्चित झर‍िया व‍िधायक संजीव स‍िंंह के करीबी रंजय हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे। तीन दिन पूर्व ही उन्होंने यूपी के ईनामी शूटर अभिनव सिंह व अमन सिंह के गुर्गे रवि ठाकुर व आनंद वर्मा की जमानत खारिज की थी। वह मूल रूप से हजारीबाग के निवासी थे। इसलिए पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए उनके पार्थिव शरीर को हजारीबाग लाया गया। बता दें कि उनके पिता व भाई हजारीबाग कोर्ट में अधिवक्ता हैं। जबकि उनके दो साले IAS अधिकारी है। छह महीने पहले ही बोकारो से धनबाद आए थे।

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