नौकरी छूटी तो शुरू किया स्टार्टअप, हिट हुआ डोर टू डोर कार स्पा का आइडिया Dhanbad News

Door to Door Car Spa Service धनबाद के बाघमारा निवासी शंकर राणा की लाॅकडाउन के दौरान नौकरी छूट गई। इसके बाद उन्‍होंने घर में कार वाशिंग सर्विस शुरू की। कॉल करने पर 20 किमी क्षेत्र में गाड़‍ियों की धुलाई सुविधा दी जाती है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 12:38 PM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 12:44 PM (IST)
नौकरी छूटी तो शुरू किया स्टार्टअप, हिट हुआ डोर टू डोर कार स्पा का आइडिया Dhanbad News
कार वॉशिंग सर्विस करने के लिए जाता युवक।

धनबाद, [आशीष सिंह]। झारखंड के धनबाद जिले के भुरुंगीया (महुदा) बाघमारा निवासी शंकर राणा गुजरात में एक साड़ी बनानेवाली कंपनी में 38 हजार रुपया वेतन पाते थे। लॉकडाउन में धनबाद आए तो नौकरी छूट गई। सोचा, अब अपना ही स्टार्टअप खड़ा करेंगे, नौकरी के चक्कर में नहीं पड़ेंगे। बेरोजगारों को रोजगार देंगे। काफी सोच-विचार के बाद कार वॉशिंग का आइडिया मिला। इसका नाम रखा- मोबाइल कार स्पा डोर टू डोर।

डेढ़ माह में ही उन्होंने स्टार्टअप खड़ा कर लिया और तीन युवकों को रोजगार भी दिया। ये युवा हर दिन 600 से 800 रुपये तक कमा रहे हैं। ये अपनी बाइक पर टूलबॉक्स रखकर 20 किलोमीटर के क्षेत्र में घर जाकर गा‍ड़‍ियों की धुलाई कर रहे हैं। एक फोन कॉल पर घर पर ही लोगों को कार वाशिंग की सुविधा मिल जाती है। शंकर ने अगले कुछ महीनों में 15 युवाओं को रोजगार से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। गा‍ड़‍ियों की धुलाई का खर्च किसी भी सर्विस सेंटर से कम पड़ता है।

कर्मचारी नहीं साझेदार

शंकर राणा बताते हैं कि भुरुंगिया महुदा निवासी रमेश कुमार, झरिया के रहनेवाले दलजीत व अजय कुमार को रोजगार मुहैया कराया है। उन्हें कर्मचारी की तरह नहीं, साझेदार के तौर पर रखा है। प्रतिदिन जितनी कमाई होती है, उसका 30 फीसद इन युवाओं को दिया जाता है। वॉशिंग व अन्य मद में भी खर्च होता है। इन युवाओं को टीए-डीए भी दिया जाता है।

शंकर राणा।

फिलहाल 20 किलोमीटर का एरिया कवर किया जा रहा है। इसमें धनबाद शहर, कतरास, गोविंदपुर और झरिया शामिल है। हैचबैक गा‍ड़‍ियों की सफाई व पॉलिश के लिए 350, सेडान का 400, एसयूवी और सात सीटर वाहनों के लिए 500 रुपये लिए जाते हैं। पानी ग्राहक से लिया जाता है। केमिकल और अन्य सामग्री कार स्पा मुहैया कराता है।

'लगभग 13 वर्षों तक कपड़े की विभिन्न कंपनियों में काम किया। लॉकडाउन में घर आया तो यहीं रह गया। नौकरी चली गई। गुजरात में कार स्पा की सुविधा देखी थी। वहीं से आइडिया आया और यहां यह काम शुरू कर दिया। अगले कुछ माह में कई युवाओं को रोजगार से जोड़ना है।' -शंकर राणा, संचालक, डोर टू डोर मोबाइल कार स्पा।

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