World Vitiligo Day 2021: सफेद दाग नहीं है छुआछूत की बीमारी, भ्रांतियों को करें दूर
सफेद दाग छुआछूत की बीमारी नहीं है और न ही किसी तरह का कुष्ट है। अगर मरीज जल्दी डाक्टर के पास पहुंचता है तो उसका पूरी तरह उपचार हो सकता है। सफेद दाग के प्रति इसी भ्रांति को दूर करने के लिए विश्व विटिलिगो दिवस मनाया जाता है।
रांची, जासं। सफेद दाग छुआछूत की बीमारी नहीं है और न ही किसी तरह का कुष्ट है। अगर मरीज जल्दी डाक्टर के पास पहुंचता है, तो उसका पूरी तरह उपचार हो सकता है। सफेद दाग के प्रति इसी भ्रांति को दूर करने के लिए प्रति वर्ष 25 जून को विश्व विटिलिगो दिवस मनाया जाता है। चर्म रोग विशेषज्ञ डा सरोज राय ने बताया कि पूरी दुनिया में दो प्रतिशत और भारत में तीन से पांच प्रतिशत लोग इस बीमारी से ग्रसित है। 10 वर्ष के बच्चों से लेकर 30 साल तक के लोगो में ये रोग ज्यादा पाया जाता है। यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। डा सरोज राय कहती है किसी रोग को छिपाए नहीं, बल्कि जल्द से जल्द चिकित्सक को दिखाएं।
इंडियन एसोसिएशन ऑफ डरमेटोलॉजिस्ट के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार झा बताते हैं कि सफेद दाग एक त्वचा की एक बीमारी है। जिसमें त्वचा में रंग बनाने की कमी हो जाती है। जिस कारण शरीर पर सफेद दाग आ जाते हैं। इन भ्रांतियों को दूर करना हेगा। इसे लेकर जागरूकता लानी होगी।
विटीलिगो के लक्षण
- शरीर के किसी भी भाग में त्वचा का रंग हल्का पड़ना अथवा सफेद होना।
- प्रभावित स्थान पर खुजली होना।
- चोट , जलने , छिलने पर चमड़ी सफेद होना।
- शरीर , सिर एवं भौहों के बाल सफेद होना।
- तिल के आसपास सफेद घेरा बनना ।
इलाज
- दवा ,सिकाई , सर्जरी आदि से सफेद दाग को ठीक किया जाता है।
- पुराने मामले में पंच ग्राफ्टिंग, स्कीन ग्राफ्टिंग ,जैसे सर्जिकल उपायों की मदद ली जाती है।
- टैटू बनाकर भी दाग छुपाए जाते है।
- अल्ट्रावायलेट - बी (यूवीबी) से सिकाई, पिआरपी ट्रीटमेंट आदि से भी कई मरीजों को फायदा मिली है।