हजारीबाग सीओ व महुआडांड़ बीडीओ के खिलाफ विभागीय कार्यवाही, जानें किस मामले में पाए गए दोषी

Jharkhand Latest News Hindi Samachar फर्जी जमाबंदी और मनरेगा में गड़बड़ी मामले में कार्यवाही की जा रही है। झारखंड प्रशासनिक सेवा के दोनों अधिकारियों के खिलाफ कार्मिक विभाग ने कार्यवाही शुरू की है। दोनों दोषी पाए गए हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 10:04 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 10:07 PM (IST)
हजारीबाग सीओ व महुआडांड़ बीडीओ के खिलाफ विभागीय कार्यवाही, जानें किस मामले में पाए गए दोषी
Jharkhand Latest News, Hindi Samachar फर्जी जमाबंदी और मनरेगा में गड़बड़ी मामले में कार्यवाही की जा रही है।

रांची, राज्य ब्यूरो। हजारीबाग में अंचलाधिकारी रहते हुए फर्जी जमाबंदी कायम कराने में प्राथमिक तौर पर दोषी पाए गए तत्कालीन अंचलाधिकारी बालेश्वर राम के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गई है। राम के खिलाफ कार्यवाही को लेकर कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग ने संकल्प जारी कर दिया है। बालेश्वर राम पर आरोप है कि उन्होंने मालती देवी (ग्राम हरहद, खाता 172, प्लाट संख्या 2368, रकबा 34 एकड़) के नाम पर अपने डिजिटल हस्ताक्षर, लॉगइन आइडी एवं पासवर्ड के माध्यम से नया पृष्ठ बनाते हुए नियम विरुद्ध जमाबंदी के कागजात तैयार करवाए।

सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी अरविंद कुमार को विभागीय जांच पदाधिकारी बनाया गया है। एक अन्य मामले में महुआडांड़ (लातेहार) के तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी मो. अनीस के खिलाफ आरोप पुष्ट हुआ है कि उन्होंने जेसीबी मशीन से सड़क बनवाकर मनरेगा योजना से पैसे की निकासी की। लातेहार के उप विकास पदाधिकारी के जांच प्रतिवेदन से इस आरोप की पुष्टि हो रही है। मनरेगा के प्रविधानों का उल्लंघन कर भुगतान भी कर दिया गया।

मापी पुस्त से इस बात की भी पुष्टि हुई है कि अधिक राशि का भुगतान कर दिया गया है। इसी प्रकार आंगनबाड़ी केंद्र बराही से लेकर बैगा बगीचा तक सड़क निर्माण का काम मजदूरों से नहीं कराया गया है। इस प्रकरण में तत्कालीन बीडीओ को शोकॉज किया गया था, जिससे संतुष्ट नहीं होने पर उपायुक्त ने कार्यवाही की अनुशंसा की। मामले में विभागीय कार्यवाही संचालित की गई। इसके बाद बीडीओ के दो वेतनवृद्धि पर रोक लगाने का आदेश दिया गया है।

मनरेगा आयुक्त ने महिला मेटों से किया वर्चुअल संवाद

मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने बुधवार को महिला मेटों से वर्चुअल माध्यम से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने इनकी समस्याएं सुनी और गांव के लिए जरूरी योजना की जानकारी ली। मनरेगा आयुक्त ने महिलाओं को गांव के लोगों को मनरेगा से जोड़ने के लिए बैठक करने को कहा। वर्चुअल बैठक के बाद महिला मेटों के सुझाव के आधार पर मनरेगा आयुक्त के द्वार निर्णय लिया गया कि गांव के हर एक जरूरतमंद परिवार को मनरेगा से लाभ देकर गांवों को आत्मनिर्भर करने का प्रयास किया जाएगा।

वर्चुअल संवाद के दौरान खूंटी जिले के तोरपा प्रखंड के इतवारी दीदी (महिला मेट) ने जानकारी दी कि ग्रामीणों को मनरेगा योजनाओं जैसे टीसीबी,फील्ड बंड, शॉक पिट, वाटर हारवेस्टिंग, आम बागवानी आदि सभी मनरेगा योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई और भुगतान संबंधित सभी जानकारी से अवगत कराया गया। ऐसे लोग जिनका जाॅब कार्ड निर्गत नहीं हैं, उनका नया जॉब कार्ड भी बनवाया गया।

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