कोपल के जैसे निकल कर चलेंगे, उमंगों के जैसे मचल कर चलेंगे
रांची कवि सम्मेलनों की शान रहे कवि और गीतकार धर्मेंद्र सोलंकी गुरुवा
जागरण संवाददाता, रांची : कवि सम्मेलनों की शान रहे कवि और गीतकार धर्मेंद्र सोलंकी गुरुवार को दैनिक जागरण ब्रांड झारखंड के फेसबुक पेज पर लाइव थे। इस दौरान उन्होंने अपनी रचनाओं से लोगों का दिल जीत लिया। हम अपने होठों पर स्वागत गीत सजाकर बैठे हैं, पलकों वाली पत्ती दिल के फूल बिठा के बैठे हैं से कविता से उन्होंने अपने फेसबुक लाइव की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि कुछ वक्त पहले कोरोना ने जिस प्रकार पूरे विश्व को प्रभावित किया है, उसका असर कुछ वक्त असर रहेगा लेकिन जल्दी हम इसे मात दे देंगे। एक बार फिर से बिना बंधनों के दुनिया होगी। हालांकि ऐसे वक्त में सभी कलाकार घरों में कैद हैं। जागरण के इस प्लेटफॉर्म पर मुझे अपनी पंक्तियां कहने का अवसर मिला इसका मैं शुक्रगुजार हूं।
इसके बाद उन्होंने हम कहीं से चले और कहीं आ गए, मन को आराम है हम सही आ गए.. गुलाबी-गुलाबी अधर पर लिखा है, नया गीत नजर पर लिखा है..यूं इशारा उसे किया जाए, हाथ से दिल बना लिया जाए, उसकी आंखों में रह रहे हैं तो घर किराए से दे दिया जाए..कोपल के जैसे निकल कर चलेंगे, उमंगों के जैसे मचल कर चलेंगे जैसी शायरी से लोगों का खूब दिल बहलाया।
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दैनिक जागरण की ओर से शुक्रवार को फेसबुक के दैनिक जागरण ब्रांड झारखंड पेज पर झारखंड के मशहूर कलाकार नंदलाल नायक लाइव होंगे। नंदलाल लोक कलाकार, म्यूजिक कंपोजर, फिल्म डायरेक्टर तथा नेशनल अवॉर्ड विजेता हैं। उनसे जुड़ने के लिए दैनिक जागरण ब्रांड झारखंड के फेसबुक के पेज शाम 5 बजे आ सकते हैं।