रांची में अल्ताफ हत्याकांड में शामिल एक अपराधी पुलिस की ही कर रहा था रेकी, थाना के सामने खड़ा रहता था
हिनू में हुई अल्ताफ की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने चार अन्य अपराधियों को भी लातेहार के नेतरहाट से दबोचा है। सभी को बीते शुक्रवार को ही पुलिस ने गिरफ्तार किया और रांची लाई। चारों अपराधी इस हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता मो. अली के भाई हैं।
रांची, जासं। हिनू में हुई अल्ताफ की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने चार अन्य अपराधियों को भी लातेहार के नेतरहाट से दबोचा है। सभी को बीते शुक्रवार को ही पुलिस ने गिरफ्तार किया और रांची लाई। चारों अपराधी इस हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता मो. अली के भाई हैं। पकड़े गए अपराधियों में राजू और अबरार उर्फ अज्जू सगे भाई हैं। जबकि विक्की और मोइन चचेरे भाई हैं। इन चारों को अली ने ही अल्ताफ को मारने के लिए अलग-अलग टास्क दे रखा था। इनमें एक बेखौफ ढंग से पुलिस की ही गतिविधियों पर नजर रख रहा था। वह थाना के सामने ही खड़ा रहकर पुलिस की रेकी कर रहा था। पुलिस के निकलने और छापेमारी की गतिविधियों पर रेकी कर रहा था।
हत्या के बाद शूटरों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने से लेकर रेकी की ड्यूटी मिली थी। सभी ने हत्या के बाद अपनी-अपनी ड्यूटी निभाई। पुलिस को इसकी जानकारी मिल गई। इसके बाद से ही पुलिस सभी की तलाश में जुटी थी। इसबीच पुलिस को सूचना मिली कि चारों अपराधी नेतरहाट में जुटे हैं। वहां घूमने के बहाने सभी निकले हैं। इनमें शाहरुख नाम का एक युवक भी शामिल था, घूमने की बात कह ये अपराधी उसे भी साथ ले गए थे। पुलिस ने शाहरुख को भी हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया। इस मामले का मुख्य साजिशकर्ता मो. अली फिलहाल फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
दो ने शूटरों को पहुंचाया था सुरक्षित जगह
पुलिस के अनुसार पकड़े गए अपराधियों में विक्की और मोइन ने मिलकर अल्ताफ को मारने वाले शूटरों को सुरक्षित जगह तक पहुंचाया था। जबकि राजू ने घटना में इस्तेमाल की गई वाहनों को छुपाया था। लबकि अबरार उर्फ अज्जू पुलिस की ही रेकी कर रहा था। पुलिस के हर गतिविधियों की खबर अपने बड़े भाई अली को दे रहा था। वह बताता था पुलिस अभी निकली है। जिस मोहल्ले की ओर रुख करती, उसकी पल-पल की जानकारी दे रहा था । पकड़े गए सभी अपराधियों ने अबतक अल्ताफ की हत्या की साजिश रचने में मो. अली का ही नाम लिया है।
इस मामले में दस अपराधी जा चुके हैं जेल
अल्ताफ हत्याकांड में शामिल रहे दस अपराधी बीते 18 जुलाई को ही जेल भेजे जा चुके हैं। इनमें शूटर और रेकी करने वाले शामिल थे। इन अपराधियों को सुपारी के रूप में जमीन के कारोबार में पार्टनर बनाया गया था। जेल भेजे गए अारोपितों में डोरंडा दर्जी मोहल्ला निवासी राशिद अंसारी उर्फ मारी, बेलदार मोहल्ला निवासी साहेब खान उर्फ दादा उर्फ मो. तसलीम, कुम्हार टोली निवासी मो चांद उर्फ नाथू, मनीटोला निवासी मो. राज उर्फ महताब, धोबी मोहल्ला निवासी निजाद अख्तर उर्फ मुन्ना उर्फ बुलेट, राइन मोहल्ला निवासी शाहबाज कारतूस उर्फ सूखा उर्फ चोंच, रहमत कॉलोनी निवासी राशिद अंसारी उर्फ फूल, रहमत कॉलोनी निवासी सरफराज कुरैशी उर्फ मुग्गी, दर्जी मोहल्ला निवासी मो. वारिस और सैफ अली खान शामिल थे।
पार्षद सहित पांच नमजदों पर दर्ज है एफआइआर
अल्ताफ की हत्या के मामले में पार्षद सहित पांच नामजदों के खिलाफ डोरंडा थाने में एफआइआर दर्ज की गई है। इनमें वार्ड 49 की पार्षद जमीला खातून, उनके पति मो. रिजवान, जमीन कारोबारी मो. शकील पिता मो. कमरू, मो. अली, मो. राजू दोनों के पिता-ईबु खान को नामजद आरोपित बनाया गया है।बताया है कि 14 जुलाई दिन के करीब 11:30 से 12 बजे के बीच फोन पर सूचना मिली कि उनके पति अल्ताफ को पूर्व की दुश्मनी की वजह से पार्षद जमीला खातून, उसके पति रिजवान, शकील, राजू व अली ने अपने सहयोगियों से आइलेक्स सिनेमा के सामने इडली डोसा दुकान के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई।