रांची के वीआइपी इलाकों में अपराध होने का खतरा, स्ट्रीट लाइटें खराब होने पर भी निगम नहीं दे रहा ध्यान
Jharkhand News रांची में स्ट्रीट लाइट लगाने और इसका मेंटेनेंस करने की जिम्मेदारी एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड के पास है। निगम पहले भी खराब हो चुकी स्ट्रीट लाइटों को बदलने और इनकी मरम्मत करने के लिए कंपनी को पत्र लिख चुका है।
रांची, जासं। राजधानी रांची के वीआइपी इलाके में 15 स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। किशोरी यादव चौक से राजभवन होते हुए सूचना भवन तक जाने वाली सड़क पर मौजूद यह लाइटें लगभग 15 दिनों से खराब पड़ी हुई हैं। लाइटों के खराब होने की वजह से इलाके में रात को अंधेरा रहता है। आसपास के लोगों का कहना है कि स्ट्रीट लाइटें खराब होने की वजह से इलाके में अपराध होने का खतरा है। इसे लेकर कई बार रांची नगर निगम को जानकारी दी गई। लेकिन अभी तक स्ट्रीट लाइटें ठीक नहीं हो सकी हैं।
गौरतलब है कि राजधानी रांची में स्ट्रीट लाइट लगाने और इसका मेंटेनेंस करने की जिम्मेदारी एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड के पास है। निगम ने पहले भी खराब हो चुकी स्ट्रीट लाइटों को बदलने और इनकी मरम्मत करने के लिए कंपनी को पत्र लिखा। लेकिन अभी तक स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत नहीं की जा सकी है। नगर आयुक्त मुकेश कुमार का कहना है कि अगर दो दिन के अंदर कंपनी राजभवन के आसपास के इलाके की स्ट्रीट लाइटों को ठीक नहीं करती है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि जिस रोड पर स्ट्रीट लाइटें खराब हैं, वह वीआइपी रोड मानी जाती हैं। मुख्यमंत्री, राज्यपाल आदि वीआइपी इसी रोड से आना-जाना करते हैं। इसके बावजूद इस रोड पर स्ट्रीट लाइट ठीक करने में लापरवाही बरती जा रही है। यही नहीं राजधानी में तकरीबन 500 पोल पर स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। नगर निगम के बार-बार पत्राचार करने के बावजूद कंपनी इसे ठीक नहीं करा रही है।