Jharkhand: कोरोना की दूसरी लहर में बुजुर्गों की कम हो रही मौत... जानिए क्‍यों और कैसे मिली राहत?

Jharkhand Corona Vaccine कोरोना संक्रमण की भयावहता के बीच यह राहत की खबर है कि कोरोना टीका असर कर रहा है। इसके दोनों डोज लेनेवाले मरीजों में मौत का खतरा काफी कम हो गया है। कोराेना की दूसरी लहर में हो रही मौत के आंकड़े इसे पुष्ट कर रहे हैं।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 07:18 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 08:20 AM (IST)
Jharkhand: कोरोना की दूसरी लहर में बुजुर्गों की कम हो रही मौत... जानिए क्‍यों और कैसे मिली राहत?
Jharkhand Corona Vaccine: कोरोना टीका असर कर रहा है। दोनों डोज लेनेवाले में मौत का खतरा काफी कम हो गया।

रांची, [नीरज अम्बष्ठ]। Jharkhand Corona Vaccine कोरोना के वर्तमान संक्रमण की भयावहता के बीच यह राहत की खबर है कि कोरोना टीका असर कर रहा है। इसके दोनों डोज लेनेवाले मरीजों में मौत का खतरा काफी कम हो गया है। राज्य में कोराेना की दूसरी लहर में हो रही मौत के आंकड़े इसे पुष्ट कर रहे हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों का भी मानना है कि एक तो टीका लेनेवाले संक्रमित कम हो रहे हैं, दूसरे गिने-चुने के संक्रमित हो जाने के बाद कम से कम उनकी मौत नहीं हो रही है।

राज्य में पिछले साल आठ अप्रैल को पहले मरीज की मौत हुई थी, जब बोकारो स्थित गोमिया प्रखंड के साड़म निवासी 75 वर्षीय वृद्ध की जान चली गई थी। तब से लेकर इस साल एक मार्च तक राज्य में 1,090 लोगों की जान गई जिनमें 288 अर्थात लगभग 26 फीसद 70 वर्ष से अधिक आयु के थे। इस साल दूसरी लहर में दो मार्च से लेकर 11 अप्रैल तक राज्य में 102 लोगों की जान कोरोना की वजह से गई, लेकिन इनमें इस आयु वर्ग के 15.68 फीसद ही थे। कुल हुई मौत में इस आयु वर्ग के महज 16 की मौत हुई।

संक्रामक व वेक्टर बोर्न डिजीज के जानकार तथा राज्य सरकार के पूर्व निदेशक (स्वास्थ्य सेवाएं) डा. बी मरांडी कहते हैं, टीकाकरण के कारण ही यह बड़ा अंतर आया है। उनके अनुसार, शुरू में बुजुर्गों का ही टीकाकरण हो रहा था। अबतक 60 वर्ष से अधिक आयु के 80 फीसद से अधिक बुजुर्ग अपना टीकाकरण करा चुके हैं। इससे एक ताे इस आयुवर्ग के लोग संक्रमित नहीं हो रहे हैं। गिने-चुने संक्रमित भी हो रहे हैं तो अन्य बीमारी होते हुए भी उनकी मौत नहीं हाे रही है।

हालांकि राज्य में होनेवाली मौत के आंकड़ों से यह भी सामने आ रहा है कि इस बार हुई मौत में 51 से 70 वर्ष आयु वर्ग के लोगों का प्रतिशत बढ़ गया है। बताया जाता है कि इनमें अधिसंख्य 60 वर्ष से कम आयु के हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि एक तो इस आयुवर्ग के बहुत कम लोगों का ही अभी तक टीकाकरण हो पाया है, दूसरे इस बार कोरोना अधिक घातक साबित हो रहा है। इस आयु वर्ग के जितने लोगों की मौत हुई है उनमें अधिसंख्य को अन्य गंभीर बीमारियों भी थीं। इधर, इस बार की लहर में अभी तक शून्य से चार वर्ष के किसी बच्चे की मौत नहीं हुई है। वहीं, 31 से 50 वर्ष आयु के लोगों की मौत के अनुपात में कोई बदलाव नहीं आया है।

कब किस आयु वर्ग के लोगों की कितनी मौत

आयु वर्ग - 8 अप्रैल 2020 से 1 मार्च 2021 तक - 2 मार्च 2021 से 11 अप्रैल 2021 तक

10 वर्ष से कम 04 (0.36 फीसद) 00 (शून्य फीसद) 11-30 वर्ष 46 (4.22 फीसद) 02 (1.96 फीसद) 31-50 वर्ष 208 (19.08 फीसद) 20 (19.60 फीसद) 51-70 वर्ष 544 (49.90 फीसद) 64 (62.75 फीसद) 70 वर्ष से अधिक 288 (26.42 फीसद) 16 (15.68 फीसद)

फैक्ट फाइल

राज्य में 11 अप्रैल तक 1,213 लोगों की जान काेरोना की वजह से गई है। हालांकि इनमें अधिसंख्य अन्य बीमारियों से भी जूझ रहे थे। राज्य में वर्तमान में मृत्यु दर 0.87 फीसद है, जबकि देश में यह दर 1.30 फीसद है। 

वैक्सीन को लेकर कांग्रेस ने डिजिटल मीडिया पर चलाया अभियान

कांग्रेस ने सभी क्षेत्रों में वैक्सीन उपलब्ध कराने को लेकर डिजिटल मीडिया पर विशेष अभियान चलाया। स्पीक अप फॉर वैक्सीन फॉर ऑल के तहत केंद्र सरकार से हर उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने की मांग की। फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप पेज पर चलाए गए इस अभियान को बेहतर प्रतिक्रियाएं भी मिलीं। कांग्रेस सोशल मीडिया की ओर से चलाए गए इस मुहिम में हजारों पोस्ट किए गए।

इस संबंध में कांग्रेस सोशल मीडिया के स्टेट को-ऑर्डिनेटर गजेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सोशल मीडिया पर यह अभियान देशभर में चलाया गया। जिसमें झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह वित्त मंत्री डा. रामेश्वर उरांव सहित मंत्री, सांसद, विधायक और अन्य सीनियर नेताओं ने हिस्सा लिया।

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