सैंपल लेकर 5 माह से नहीं हुई कोरोना की जांच, जवाब मांगने पर नौकरी खा जाने की धमकी Latehar News

Latehar Coronavirus News Jharkhand COVID Update लातेहार के गारू अस्पताल में कोरोना जांच के नाम पर धोखा हो रहा है। ग्रामीणों से लिए गए सैंपलों की जांच नहीं हुई है। एमपीडब्ल्यू के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से पत्राचार कर मंतव्य मांगने पर मामले का खुलासा हुआ।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 04:04 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 12:19 PM (IST)
सैंपल लेकर 5 माह से नहीं हुई कोरोना की जांच, जवाब मांगने पर नौकरी खा जाने की धमकी Latehar News
Latehar Coronavirus News, Jharkhand COVID Update ग्रामीणों से लिए गए सैंपलों की जांच नहीं हुई है।

लातेहार, जासं। Latehar Coronavirus News, Jharkhand COVID Update लातेहार जिले के गारू रेफरल अस्पताल में कोरोना जांच के नाम पर लापरवाही का मामला प्रकाश में आया है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से पांच माह से ग्रामीणों से लिए गए सैंपल की अब तक कोरोना जांच नहीं हुई है। इससे प्रतीत होता है कि कोविड 19 को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। नतीजतन ग्रामीणों को कोरोना जांच की रिपोर्ट ही नहीं मिल पा रही है।

प्रभारी से मंतव्य मांगने के बाद हुआ मामले का खुलासा

गारू रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. भरत भूषण भगत समेत अस्पताल के 18 स्वास्थ्य कर्मी के कोरोना संक्रमित होने पर सीएचओ के द्वारा एक लेटर पत्रांक 197 दिनांक 02 मई 2021 तारीख को निकाल कर बंदुआ उप स्वास्थ्य केंद्र के एमपीडब्ल्यू मनोज कुमार व बाढेसाढ़ उपस्वास्थ्य केंद्र के एमपीडब्ल्यू संतोष कुमार की डयूटी गारू रेफरल अस्पताल में लगा कर कोविड 19 से संबंधित जांच व रिपोर्ट जमा करने का निर्देश प्राप्त हुआ। लेकिन ड्यूटी के दौरान अस्पताल में पहले से ही सैंपल लिए गए टू नेट किट 1358 व आरटीपीसीआर किट 452 रखे हुए थे।

इस पर एमपीडब्ल्यू मनोज कुमार व संतोष कुमार ने आवेदन भेजकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से पुराने किट के बारे में मंतव्य मांगा। कर्मियों ने बताया कि मंतव्य मांगे जाने के बाद प्रभारी क्रोधित हो गए और टेलीफोनिक रूप से एमपीडब्ल्यू को फटकार लगाते हुए नौकरी खा जाने की बात कही। स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि कोविड जांच के नाम पर गारू रेफरल अस्पताल में खानापूर्ति की जा रही है। इसे देखने वाला कोई पदाधिकारी नहीं है। पांच माह पूर्व ग्रामीण से लिए गए कोरोना के सैंपल की जांच नहीं होना वैश्विक महामारी के इस समय में अक्षम्य लापरवाही का परिचायक है।

'कोविड 19 सैंपलों की पांच माह से जांच नहीं होने की सूचना मुझे मिली है। मैने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को शो कॉज कर जवाब मांगा है। जवाब मिलने पर उपायुक्त के पास भेज दिया जाएगा।' -नीत निखिल सुरीन, एसडीएम, महुआडांड़।

'मामला संज्ञान में आया है। यह घोर लापरवाही है। जांच कर संबंधित लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।' -अबू इमरान, उपायुक्त, लातेहार।

chat bot
आपका साथी