Vaccination News: रांची के तीन केंद्रों पर कोरोना टीकाकरण, रिम्‍स में 59 स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों को लगा वैक्‍सीन

रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद नर्स रामरेखा राय अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप और माइक्रोबायोलॉजी विभाग के हेड डॉ मनोज कुमार को टीका लगा। इन पांचों में से दो चिकित्सक ऐसे भी थे जिनका नाम सूची में नहीं था।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 08:31 AM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 08:29 PM (IST)
Vaccination News: रांची के तीन केंद्रों पर कोरोना टीकाकरण, रिम्‍स में 59 स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों को लगा वैक्‍सीन
आज से रांची में तीन केंद्रों पर लगेगा कोविड का टीका। जागरण

रांची, जासं । रांची के तीन केंद्रों पर आज सुबह दस बजे से टीकाकरण का कार्य शुरू हुआ। रिम्स व सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने कोविड का टीका लगाया। वहीं, टीका लगाने के बाद डॉक्टरों ने खुशी भी जाहिर की। गौरतलब है कि राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में भी आज से कोविड का टीका लगाया जा रहा है। इससे पहले दो केंद्रों पर सदर अस्पताल और नामकुम सीएचसी में टीका लगाया जा रहा था। पहले राज्य में कोरोना वैक्सीन के लिए जहां 48 केंद्र निर्धारित थे, आज एक केंद्र बढ़ने के बाद कुल संख्या 49 हो गई है। रांची जिले में 2 केंद्र के बदले आज से 3 केंद्र पर कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। सदर अस्पताल और नामकुम सीएचसी के अलावा स्वास्थ्य विभाग की ओर से रिम्स को भी वैक्सीनेशन के लिए अधिकृत किया गया है।

रिम्स में 59 स्वास्थ्यकर्मियों को लगाया गया टीका

रिम्स में कोरोना टीकाकरण सुचारू रूप से चलने लगा है। सुबह 10:30 बजे उद्घाटन के बाद रिम्स के सुरक्षा सुपरवाइजर बेचू प्रसाद को सबसे पहला टीका लगा। इसके बाद रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद, नर्स रामरेखा राय, अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप और माइक्रोबायोलॉजी विभाग के हेड डॉ मनोज कुमार को टीका लगा। इन पांचों में दो चिकित्सक ऐसे भी थे जिनका नाम सूची में नहीं था। बावजूद सिस्टम की लापरवाही का हवाला देकर खुद भी वैक्सीन लगवा लिया।

इनमें अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप और डॉ मनोज कुमार शामिल हैं। जब ये दोनों वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचे तो फिजिकल वेरिफिकेशन कर रहे कर्मचारी ने वेरिफाई किया, सूची में नाम नहीं मिला। दूसरे चिकित्सकों ने इन्हें टीका नहीं लगवाने को कहा, फिर भी इन्हें टीका लगाया गया। इधर, रिम्स के कोविड हीरो डॉ देवेश कुमार का नाम वैक्सिनेशन की सूची में होने के बावजूद उन्होंने अपने काम को प्राथमिकता दी। वे खुद से स्वास्थ्यकर्मियों को इंजेक्शन लगाते रहे, अंतिम घंटे तक उन्होंने टीका नहीं लिया।

 

टीका लगाने के बाद काम पर लौटते गए स्वास्थ्यकर्मी

इधर, जैसे-जैसे स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना का टीका मिलता गया, आधे घंटे ऑब्जर्वेशन में रहने के बाद सभी अपने काम पर लौटते गए। क्रिटिकल केयर के इंचार्ज डॉ प्रदीप भट्टाचार्य वैक्सीन लेने के बाद ट्रॉमा सेंटर में भर्ती मरीजों को देखने पहुंच गए। वैक्सिनेशन का अनुभव पूछने पर बताया कि टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। टीकाकरण के बाद किसी तरह की शारीरिक समस्या महसूस नहीं हुई। उन्होंने दूसरे स्वास्थ्यकर्मियों से भी आग्रह किया कि जब संक्रमित मरीज का इलाज बिना डरे कर लिया तो वैक्सीन लेने में भी किसी तरह की डर नहीं होनी चाहिए।

सिस्टर रामरेखा राय टीका लेने  के बाद पहुंची संक्रमित मरीजों के बीच

रिम्स की नर्स रामरेखा राय ने 11:02 मिनट में टीका लगवाया। 11:40 बजे वह कोविड सेंटर पहुंच गई। कोविड सेंटर में अब भी तीन दर्जन से अधिक संक्रमित मरीज भर्ती हैं। नर्स रामरेखा ने खुद से जाकर अपने दैनिक कार्य के अनुरूप उन्हें दवाई दी, स्लाइन की बोलत लगाई। रामरेखा ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार को कोरोना वैक्सीन के लिए धन्यवाद दिया। वैक्सीनेशन हो जाने के बाद उनका हौसला और बढ़ा है। अब दोगुनी ऊर्जा के साथ वे मरीजों की सेवा करेंगी। अपना खुद का उदाहरण देते हुए बाकी लोगों से भी वैक्सीनेशन में हिस्सा लेने का आग्रह किया।

सप्ताह में सिर्फ 4 दिन लगेगा टीका, सोम, मंगल, बुध और शुक्र

सिविल सर्जन डॉ वीबी प्रसाद ने बताया कि कोरोना वैक्सीन फिलहाल सप्ताह में सिर्फ चार दिन ही लगाए जाएंगे। इसके लिए सोमवार, मंगलवार, बुधवार और शुक्रवार तय किया गया है। उन्होंने कहा कि आज तीनों सेंटरों में 100-100 टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने की कोशिश रहेगी। टीकाकरण की गति भी शुरू दिन के अपेक्षा आज तेज रहेगी। टीका लगाने के बाद स्वास्थ्यकर्मियों को किसी भी परिस्थिति में आधा घंटा ऑब्जर्वेशन के बाद ही छोड़ा जाएगा।

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