रांची में अतिक्रमण हटाओ अभियान के विरोध में धरने पर बैठे पार्षद, हाईकोर्ट में गलत शपथ पत्र दाखिल करने का लगाया आरोप
हरमू नदी के करीब अतिक्रमण हटाने के विरोध में पांच पार्षदों ने रांची नगर निगम दफ्तर के सामने सोमवार को धरना दिया। वार्ड पार्षदों ने आरोप लगाया कि प्रशासन और नगर निगम इस मामले में गलत शपथ पत्र दायर कर कोर्ट को गुमराह कर रहा है।
रांची, जासं। हरमू नदी के करीब अतिक्रमण हटाने के विरोध में पांच पार्षदों ने रांची नगर निगम दफ्तर के सामने सोमवार को धरना दिया। वार्ड पार्षदों ने आरोप लगाया कि प्रशासन और नगर निगम इस मामले में गलत शपथ पत्र दायर कर कोर्ट को गुमराह कर रहा है। नगर निगम गरीबों को उजाड़ रहा है। पहले इन लोगों को बसाना चाहिए इसके बाद अतिक्रमण विरोधी अभियान चले। धरना में वार्ड नंबर 26 के पार्षद अरुण झा के अलावा पार्षद विनोद सिंह, वार्ड नंबर 27 के पार्षद ओम प्रकाश, वार्ड नंबर 21 के पार्षद एहतेशाम और वार्ड नंबर 25 के पार्षद अर्जुन राम शामिल हुए।
वार्ड नंबर 26 के पार्षद अरूण झा ने आरोप लगाया कि नगर निगम और जिला प्रशासन हाईकोर्ट में गलत शपथ पत्र दायर कर गरीबों को उजाड़ना चाहता है। पार्षद बिनोद सिंह ने कहा कि साल 2015-16 में हरमू नदी के सुंदरीकरण के समय नदी को अतिक्रमण मुक्त किया गया था। इसके बाद अब दोबारा नदी के मूल क्षेत्र को बदलकर निगम ग्रीन लैंड की नापी करा रहा है और बिना स्वीकृत नक्शा के घर बनाने वालों को नोटिस दे रहा है।
वार्ड नंबर 27 के पार्षद ओम प्रकाश ने कहा कि बरसात में किसी का घर तोड़ना इंसानियत के खिलाफ है। निगम को नए सिरे से शपथ पत्र हाईकोर्ट में दायर करना चाहिए, ताकि सैकड़ों लोग बेघर होने से बच जाएं।
वहीं वार्ड नंबर 21 के पार्षद मो एहतेशाम ने कहा कि किसी का घर उजाड़ने से पहले उसे बसाया जाना चाहिए। बिना बसाए घर तोड़ना राज्य सरकार के संकल्प के विरूद्ध है। धरना में शामिल पूर्व पार्षद मो. असलम ने कहा कि बरसात में गरीब अपने परिवार को लेकर कहां जाएंगे। इसलिए कार्रवाई पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। धरना प्रदर्शन में वार्ड-26 के पार्षद अरूण झा, वार्ड-25 के पार्षद अर्जुन राम, पूर्व पार्षद मो असलम, बिनोद सिंह वार्ड-34, ओम प्रकाश वार्ड-27, वार्ड-21 मो एहतेशाम शामिल हुए। धरना समाप्त होने के बाद नगर आयुक्त कार्यालय में पार्षदों की ओर से ज्ञापन भी सौंपा गया।