डिस्चार्ज के समय प्लाज्मा डोनेशन के लिए लोगों की काउंसलिग, अच्छे परिणाम की उम्मीद

कोविड-19 संक्रमित का प्लाज्मा थेरेपी से इलाज के बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Sep 2020 01:33 AM (IST) Updated:Thu, 17 Sep 2020 05:08 AM (IST)
डिस्चार्ज के समय प्लाज्मा डोनेशन के लिए लोगों की काउंसलिग, अच्छे परिणाम की उम्मीद
डिस्चार्ज के समय प्लाज्मा डोनेशन के लिए लोगों की काउंसलिग, अच्छे परिणाम की उम्मीद

जागरण संवाददाता, रांची : कोविड-19 संक्रमित का प्लाज्मा थेरेपी से इलाज के बेहतर परिणाम सामने आए हैं। यह थेरेपी कई गंभीर मरीजों के लिए जीवन रक्षक साबित हुई है। समस्या यह है कि पर्याप्त संख्या में प्लाज्मा डोनर नहीं मिल पा रहे। इस वजह से स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के लगातार प्रयास के बावजूद ना तो प्लाज्मा बैंक में स्टोर हो पा रहा और ना ही जरूरत पड़ने पर पर्याप्त उपलब्ध हो रहा है। नतीजन गंभीर मरीजों की जान तक जाने की नौबत आ रही है। हालात के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने एक नई पहल शुरू की है। पिछले दो दिन से सभी कोविड सेंटरों से डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की काउंसलिग की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव ने इस संबंध में आदेश जारी कर सभी स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिए हैं कि है प्लाज्मा डोनेशन के लिए डिस्चार्ज होने से पूर्व ही उनकी काउंसलिग की जाए। अब तक 100 से अधिक लोगों को काउंसलिग भी की जा चुकी है। संभावना जताई जा रही है कि स्वस्थ होने के बाद 14 या 28 दिन की अवधि पूरी होने पर लोग प्लाज्मा बैंक पहुंचकर प्लाज्मा डोनेट करेंगे। स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि की कोरोना को हराने के लिए सभी का योगदान महत्वपूर्ण है। सभी को मिलकर इससे लड़ना है। और जरूरत के समय एक दूसरे के काम आना है। उन्होंने स्वस्थ हुए लोगों को अधिक से अधिक संख्या में आगे आकर प्लाज्मा दान करने की अपील की है।

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