Corruption in Jharkhand: झारखंड में रिश्वत लेने में पुलिस वाले आगे, आठ माह में 10 गिरफ्तार

Corruption in Jharkhand Jharkhand Police News झारखंड में जनवरी से अब तक एसीबी ने रिश्वत लेते 34 सरकारी पदाधिकारियों-कर्मियों को दबोचा है। दूसरे स्थान पर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के कर्मी-पदाधिकारी हैं। दो बीडीओ भी इस मामले में अभी तक गिरफ्तार किए गए हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 09:55 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 07:56 AM (IST)
Corruption in Jharkhand: झारखंड में रिश्वत लेने में पुलिस वाले आगे, आठ माह में 10 गिरफ्तार
Corruption in Jharkhand, Jharkhand Police News दो बीडीओ भी इस मामले में अभी तक गिरफ्तार किए गए हैं।

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में रिश्वत लेने वालों में पुलिस सबसे आगे है। पुलिस के आंकड़े ही इसकी गवाही दे रहे हैं। राज्य में इस वर्ष अब तक रिश्वत लेने के मामले में 34 आरोपित गिरफ्तार किए गए, जिनमें 10 आरोपित पुलिस वाले ही निकले। इनमें तीन दारोगा, छह जमादार व एक अग्निशमन विभाग, धनबाद के अफसर शामिल हैं। रिश्वत लेने वालों में दूसरे स्थान पर अंचल कार्यालय से जुड़े अधिकारी-कर्मी शामिल हैं।

रिश्वत लेने से संबंधित अन्य गिरफ्तारियों की बात करें तो पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग, भविष्य निधि (वित्त विभाग), विधि विभाग और ग्रामीण विकास विभाग के पदाधिकारी-कर्मी शामिल हैं। एसीबी ने दो बीडीओ को भी इस अवधि में गिरफ्तार किया है। प्रमंडलवार गिरफ्तारी पर गौर करें तो रांची में पांच, चाईबासा में दो, पलामू में 12, धनबाद में सात, दुमका में तीन व हजारीबाग में पांच गिरफ्तारी हुई है।

पुलिस विभाग में हुई इनकी गिरफ्तारी 

मीरा सिंह (दारोगा, महिला थाना), इंद्र पासवान (जमादार, पलामू), उपेंद्र सिंह (जमादार, हजारीबाग), हरि प्रकाश मिश्रा (जमादार, धनबाद), रविंद्र राम (जमादार, नामकुम), केशव कुमार शर्मा (जमादार, टंडवा, चतरा), गणेश सिंह (दारोगा, चक्रधरपुर, पश्चिमी सिंहभूम), रंजीत कुमार झा (जमादार, डोमचांच, कोडरमा), मोहन कुमार सिंह (दारोगा, एमजीएम, जमशेदपुर), शैलेश सिंह (सब अधिकारी, अग्निशमन, धनबाद)।

वृद्ध दंपती की हत्या की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर याचिका दाखिल

पलामू में वृद्ध दंपती की नृशंस हत्या मामले की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। इस मामले में वृद्ध दंपती के बेटे अरविंद कुमार की ओर से अधिवक्ता चंचल जैन ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिका में इस मामले की जांच सीबीआइ या स्वतंत्र एजेंसी से कराए जाने की मांग की है। अधिवक्ता चंचल जैन ने बताया कि अरविंद कुमार के 82 वर्षीय पिता राजेश्वर राम और 75 साल की मां शर्मिला देवी की 11 अगस्त को गला रेतकर नृशंस हत्या कर दी गई।

इस मामले में पुलिस ने एक किशोर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि किशोर ने बिना किसी की मदद और बिना किसी मंशा के ही वृद्ध दंपती की हत्या की है, जो कि अविश्वसनीय है। इसलिए पूरे मामले की सीबीआइ जांच की जाए, ताकि उनके माता-पिता की हत्या में शामिल षडयंत्र करने वालों  का खुलासा हो सके। याचिका में यह भी कहा गया है कि पुलिस इस मामले में किसी षडयंत्र से इन्कार करते हुए आगे की जांच नहीं करना चाहती है। संभावना है कि पुलिस जल्द ही इस मामले में अदालत में फाइनल फार्म जमा करेगी।

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