बुजुर्गों की खुशी का ठिकाना नहीं, कोरोना को मात देने को लगवाई वैक्सीन की पहली डोज
Coronavirus Vaccination in Jharkhand झारखंड में कोविड वैक्सीनेशन का तीसरा चरण शुरू हुआ। बुजुर्गो और गंभीर रूप से बीमार लोगों को वैक्सीन लगना शुरू हो गया है। आज दोपहर 12 बजे तक सदर अस्पताल में 50 से अधिक लोग कोरोना टीका लगवा चुके थे।
रांची, जासं। कोरोना वायरस वैक्सिनेशन का तीसरा चरण यानी 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वालों के लिए टीकाकरण सोमवार से शुरू हो चुका है। पहले दिन रांची के सदर अस्पताल में वैक्सीन लेने वालों की काफी भीड़ देखने को मिली। शहर में यहां के अलावा दो निजी अस्पताल में भी इसकी शुरुआत की जानी थी। लेकिन निजी अस्पताल मेडिका में दोपहर तीन बजे तक वैक्सीन का डोज ही उपलब्ध नही हो सका था। इस वजह से 250 रुपये में टीका लेने वाले इच्छा रहने के बाद भी नहीं ले सके।
करीब 80 फीसद लोगों का रजिस्ट्रेशन ऑन स्पॉट किया गया, जबकि 20 फीसद के करीब लोग खुद से कोविन पोर्टल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करने के बाद पहुंचे थे। टीका लेने के बाद रातू रोड की रहने वाली 63 वर्षीय शालिनी देवी की खुशी का ठिकाना नही था। उन्होंने वैक्सीन तो ली ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देते हुए कहा कि बुजुर्गों को वैक्सीन की बहुत जरूरत थी। हमेशा कोरोना का डर सताता था। अब वैक्सीन लेने के बाद पहले से ज्यादा सतर्क रहूंगी। दोपहर 12 बजे तक 50 से अधिक लोग वैक्सीन लगवा चुके थे। भीड़ बढ़ने के बाद लगातार वैक्सीनेशन सेंटर में मैनपावर भी बढ़ाए जा रहे थे।
गंभीर बीमारी से ग्रसित 45 से 59 वर्ष के लोगाें ने भी लगवाया टीका
करीब दो दर्जन से अधिक लोग जो गंभीर बीमारी से ग्रसित थे, उन्होंने भी सदर अस्पताल के वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीन लगवाया। इस श्रेणी में 45 से 59 आयु वर्ग के लोगों को रखा गया था। कई ऐसे मरीज थे जिन्हें पूर्व से किडनी, हार्ट व कैंसर जैसी बीमारी की समस्या थी। टीका लगाने के बाद सभी ने ऑब्जर्वेशन रूम में आधा घंटा समय बिताया और अस्पताल से लौटते गए।
सदर अस्पताल में नहीं थी तैयारी पूरी
सोमवार से तीसरे फेज का टीकाकरण शुरू होने की सूचना पूर्व में ही जारी की गई थी। डीसी व अन्य पदाधिकारी अस्पताल प्रबंधन व सिविल सर्जन के साथ लगातार बैठक कर रहे थे। बावजूद पहले दिन ही तीसरे चरण की व्यवस्था चरमरा गई। सदर अस्पताल में वैक्सीनेशन के लिए दो कक्ष बने थे। उसी कक्ष में वैक्सीन के लिए नामांकन भी चल रहा था। छोटे से कमरे के बाहर तीन-चार कतार लगाए जा रहे थे। भीड़ को नियंत्रित कर पाना मुश्किल हो रहा था। कई बार कतार टूटने की स्थिति में आपस में ही लोगों की झड़प शुरू होती गई तो लोग मारपीट पर भी उतारू हो गए। सुरक्षा बलों ने लोगों को समझाया।
बुजुर्गों को लगना था वैक्सीन, लेकिन नहीं थी बैठने की व्यवस्था
अस्पताल में 60 से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन के लिए आना था। जबकि उनके बैठने की कोई व्यवस्था नहीं थी। लोग घंटों कतार में खड़े-खड़े परेशान हो रहे थे। चिकित्सकों से कहने के बाद भी अव्यवस्था जस की तस बनी रही। अनियंत्रित भीड़ के कारण कोरोना गाइडलाइन की भी खूब धज्जियां उड़ी। कोरोना से बचाव के लिए टीका जरूर था लेकिन लोगों की लापरवाही के आगे कोरोना का खतरा भी बढ़ सकता है।
'पहले दिन के हिसाब से भीड़ की संभावना तो थी लेकिन इतना अनुमान नहीं था। पहले दिन लोगों को काफी परेशानी हुई है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर को अलग करने के लिए जगह चिह्नित किया गया है। मंगलवार से व्यवस्था में काफी बदलाव होगा। लोगों के बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।' -डाॅ. वीबी प्रसाद, सिविल सर्जन, रांची।