Coronavirus Update: कोरोना का ऐसा डर: लोग गलती से भी नहीं बोलते सर्दी-खांसी, बुखार है
India Coronavirus Update News कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच लोग बीमारियां भी छुपाने लगे हैं। डर सताता है कि कहीं लोग कोरोना होने का संदेह न कर लें।
लोहरदगा, [राकेश कुमार सिन्हा]। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से हालात कुछ ऐसे बन गए हैं कि अब तो लोग गलती से भी नहीं कहते हैं कि सर्दी, खांसी और बुखार है। पहले किसी भी तरह का बहाना करना होता था तो झट से कह देते थे कि सर्दी-खांसी और बुखार हो गया है। अब अगर ऐसा कहा तो फिर कोरोना जांच कराइए। दवा दुकान में भी सर्दी, खांसी और बुखार की दवा मांगने से लोग कतराते हैं। दवा दुकानदार भी ऐसे लोगों से सावधान रहते हैं। कोरोना ने सर्दी, खांसी और बुखार की तस्वीर ही बदल कर रख दी है।
खुद ही डॉक्टर बनने लगे हैं
लोग कोरोना वायरस संक्रमण के चक्कर में खुद ही डॉक्टर बनने लगे हैं। जैसे ही सर्दी-खांसी या बुखार हुआ, लोग खुद से दवा खरीदकर डॉक्टर बनने लगते हैं। दवा दुकानदार के पास जाकर यह भी नहीं कहते कि मुझे खांसी की सिरप चाहिए या फिर सर्दी और बुखार की दवा चाहिए।
ऐसा करने पर दवा दुकान फॉरन उस व्यक्ति का नाम अपने रजिस्टर में अंकित कर लेता है। हॉस्पिटल में डॉक्टर बुखार के मरीजों को बिना कोविड-19 जांच के देखना चाहते ही नहीं हैं। लोग जांच के नाम से ही डरने लगे हैं। हालात ऐसे हो जाते हैं कि कई बार नीम-हकीम खतरा ए जान के चक्कर में मामला गंभीर हो जाता है।
खूब खा रहे विटामिन की गोलियां
इम्यूनिटी बढ़ाने के चक्कर में लोग विटामिन की गोलियां खूब खा रहे हैं। विटामिन-सी, विटामिन-बी, विटामिन-डी की गोलियां खरीद कर खाने लगे हैं। हालात ऐसे हो गए कि दुकान में विटामिन की गोलियां ही नहीं मिल रही है। अब परिस्थितियां बदलने लगी है। लोग सर्दी-खांसी, बुखार का नाम लेना ही नहीं चाहते हैं।
यदि किसी को पता चल गया कि फलां घर में सर्दी-खांसी और बुखार का मरीज है तो फिर उस घर के आस-पास लोग फ़टकना भी नहीं चाहते। सर्दी-खांसी, बुखार के मरीज अपनी बीमारियों को छुपाने के लिए मजबूर हैं। कोई कहना ही नहीं चाहता कि वह बीमार है। किसी व्यक्ति ने गलती से अगर कह दिया कि वह बीमार है तो 10 तरह के सवाल-जवाब शुरू हो जाते हैं।