झारखंड में लॉकडाउन का दिख रहा असर, कोरोना संक्रमण पर लग रही लगाम; जानें वर्तमान हालात

Swasthya Suraksha Saptah Jharkhand Hindi Samachar झारखंड में दैनिक मामले में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। अब कुल मरीजों में 20 फीसद से भी कम वर्तमान में संक्रमित हैं। पिछले माह राज्य में कुल मरीजों में एक चौथाई संक्रमित थे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 08:01 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 09:24 AM (IST)
झारखंड में लॉकडाउन का दिख रहा असर, कोरोना संक्रमण पर लग रही लगाम; जानें वर्तमान हालात
Swasthya Suraksha Saptah Jharkhand, Hindi Samachar झारखंड में दैनिक मामले में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।

रांची, [नीरज अम्बष्ठ]। Swasthya Suraksha Saptah Jharkhand, Hindi Samachar झारखंड सरकार द्वारा लगाए गए आंशिक लॉकडाउन तथा लोगों के धैर्य और कोविड विहैवियर के अनुपालन से कोरोना के संक्रमण पर लगाम लगी है। आंशिक लॉकडाउन की अवधि जैसे-जैसे बढ़ रही है, वैसे-वैसे संक्रमण में कमी आ रही है। मरीजों के स्वस्थ होने की दर में भी सुधार हो रहा है। मई के प्रथम सप्ताह तक संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही थी, वहीं अब इसमें लगातार गिरावट दर्ज की जाने लगी है।

राज्य में पहले चरण में 22 से 29 अप्रैल तक आंशिक लॉकडाउन लगाया गया था। इसे दो बार एक-एक सप्ताह के लिए बढ़ाया गया। लॉकडाउन लागू होने से पहले अर्थात 21 अप्रैल को राज्य में कोरोना संक्रमण की औसत वृद्धि दर 2.30 फीसद थी जो अगले सप्ताह बढ़कर 2.55 हो गई, लेकिन इसके बाद इसमें गिरावट आने लगी। अब यह दर घटकर 1.85 फीसद हो गई। इसी तरह, आंशिक लॉकडाउन लागू हाने से पहले राज्य में कोरोना के मामले महज 26 दिनों में दोगुने हो रहे थे।

अब मामले दोगुना होने में 37 दिन समय लग रहे हैं। साप्ताहिक संक्रमण दर (पॉजिटिवटी रेट) की बात करें तो राज्य में 19 से 25 अप्रैल के बीच साप्ताहिक संक्रमण दर 13.11 फीसद थी। इसके बाद के सप्ताह में यह दर आंशिक रूप से घटकर 12.81 फीसद हुई। दो से छह मई के दौरान साप्ताहिक संक्रमण दर घटकर 12.70 फीसद हो गई। छह मई को विशेष जांच अभियान के तहत लगभग 90 हजार लोगों की हुई जांच में संक्रमण दर लगभग आठ फीसद सामने आई थी। वहीं, 10 मई को चलाए गए विशेष अभियान में एक लाख लोगों की जांच हुई। इसमें संक्रमण दर छह फीसद ही रही।

इधर, राज्य में रिकवरी रेट बढ़ने से एक्टिव रेशियो में भी गिरावट आई है। वर्तमान में यह दर घटकर 20 फीसद से भी कम हो गई है। आंशिक लॉकडाउन से पहले राज्य में एक्टिव रेशियो लगभग 25 फीसद तक पहुंच गई थी। इस रेशियाे में कमी आने की वजह यह है कि कोरोना के मिलनेवाले दैनिक मामलों में कमी आई। वहीं, बड़ी संख्या में मरीज स्वस्थ भी होने लगे। इस बीच सबसे बड़ी चिंता कोरोना मरीजों की होनेवाली मौत को लेकर है।

राज्य में अभी भी बड़ी संख्या में कोरोना मरीजों की मौत हो रही है। इससे मृत्यु दर भी लगातार बढ़ रही है। इसमें कमी लाने की जरूरत है। रिम्स के क्रिटिकल केयर यूनिट के विभागाध्यक्ष डाॅ. प्रदीप भट्टाचार्य इसके लिए कोरोना के नए स्ट्रेन को जिम्मेदार मानते हैं। उनके अनुसार, पिछली बार कोरोना का संक्रमण आठ से दस दिनों में फेफड़े तक पहुंचता था। नए स्ट्रेन दो से तीन दिनों में फेफड़े को संक्रमित करने लग जाते हैं।

इन पांच जिलों में हैं सर्वाधिक एक्टिव केस (10 मई तक)

रांची : 17,894

पूर्वी सिंहभूम : 5,585

बोकारो : 3,735

हजारीबाग : 3,519

लातेहार : 3,013

राज्य में ऐसा है कोरोना संक्रमण का वर्तमान ट्रेंड

दिन - नए संक्रमित - स्वस्थ हुए - मौत

21 अप्रैल 5041 2331 62

29 अप्रैल 5,961 4,755 145

6 मई 6,974 5,740 133

10 मई 6,187 6,962 129

आंशिक लॉकडाउन में ऐसा रहा कोरोना का चाल

इंडीकेटर   21 अप्रैल    29 अप्रैल   6 मई    10 मई

औसत संक्रमण वृद्धि   2.30    2.55    2.11   1.85

मामले दोगुना होने में लगनेवाला समय  30.50 दिन   27.52 दिन   33.24 दिन   37.86 दिन

रिकवरी रेट 78.89 74.31 76.26 78.84

मृत्यु दर 0.90 1.11 1.28 1.36

एक्टिव केस 35,826 55,877 60,333 57,902

नोट : मामले दोगुना होने में लगनेवाला समय तथा एक्टिव केस को छोड़कर सभी आंकड़े प्रतिशत में हैं।

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