Coronavirus Lockdown News: झारखंड में गली-कूचे तक पहुंचा कोरोना वायरस, तेजी से फैलने लगा संक्रमण; फिर लॉकडाउन की तैयारी
Jharkhand Corona Update एक सप्ताह में 667 नए कोरोना मरीजों की पहचान हुई है जिनमें 168 प्रवासी हैं। अन्य सभी झारखंड के ही रहनेवाले हैं जो दूसरों के संपर्क में आने से संक्रमित हुए।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में कोरोना का संक्रमण अब तेजी से फैलने लगा है। पहले जहां प्रवासी लोगों में ही संक्रमण मिल रहा था, वहीं अब अन्य लोग भी संक्रमित होने लगे हैं। अन्य लोगों में संक्रमण का अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि पिछले एक सप्ताह में 667 नए कोरोना मरीजों की पहचान हुई है, जिनमें 168 ही प्रवासी हैं। अन्य सभी झारखंड के ही रहनेवाले हैं जो दूसरों के संपर्क में आने से संक्रमित हुए।
राज्य में एक जुलाई तक कोरोना के 2525 मामले थे जिनमें 2001 प्रवासी थे। आठ जुलाई को कोरोना के कुल मामले बढ़कर 3192 हो गए, इनमें 2169 ही प्रवासी हैं। इधर, राज्य में पिछले माह तक कंटेनमेंट जोन से ही कोरोना संक्रमण के मामले आ रहे थे, लेकिन अब पूरे राज्य के विभिन्न जगहों पर इसके मामले मिल रहे हैं। हाल के दिनों में तेजी से संक्रमण फैलने के लिए जांच की संख्या नहीं बढऩे तथा जिला प्रशासन द्वारा सख्ती बरतने में लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
बुधवार को मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने भी इसे लेकर कई जिलों के उपायुक्तों पर नाराजगी जाहिर की। दूसरे राज्यों की सीमाओं और रेलवे स्टेशनों पर जांच नहीं होने को भी संक्रमण बढऩे का बड़ा कारण बताया जा रहा है। जिलों में कांटेक्ट ट्रेसिंग और सर्विलांस के काम में भी कोताही बरती जा रही है।
5 जिले बढ़ा रहे चिंता
वैसे तो राज्य के सभी जिलों में कोरोना के मामले मिल रहे हैं, लेकिन सबसे अधिक चिंता पांच जिलों पूर्वी सिंहभूम, रांची, धनबाद, सरायकेला-खरसावां तथा कोडरमा को लेकर है। इनमें सबसे अधिक तीन सौ से भी अधिक 332 सक्रिय मामले पूर्वी सिंहभम में हैं। रांची में संक्रमण कम होने के बाद सक्रिय मामले बढ़कर 127 हो गए हैं। इसी तरह, धनबाद में कोरोना के 100, सरायकेला-खरसावां में 56 तथा कोडरमा में 48 सक्रिय मामले हो गए हैं। राज्य में जामताड़ा ही एकमात्र जिला है जहां अभी कोई सक्रिय केस नहीं है।
जिला : सक्रिय : स्वस्थ : मौत : कुल मामले
3000 जांच भी नहीं इन जिलों में प्रति दस लाख आबादी पर : बोकारो, चतरा, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, पाकुड़, साहिबगंज
ये जिले ट्रूनेट मशीनों से जांच में आधी क्षमता भी उपयोग नहीं कर पाते
बोकारो, चतरा, देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, गुमला, हजारीबाग, जामताड़ा, खूंटी, कोडरमा, पाकुड़, पश्चिमी सिंहभूम, रामगढ़, साहिबगंज।
जांच की क्षमता : 60 से 120 सैंपल प्रतिदिन
सुधार के बाद ऐसे आ रही गिरावट
इंडीकेटर : 30 जून - 8 जुलाई संक्रमण वृद्धि दर 1.78 : 2.32 रिकवरी रेट 75.66 69.24 मृत्यु दर 0.60 0.70 गैर प्रवासियों में सक्रमण 20.76 32.05 केस दोगुना होने की दर 39.33 दिन : 30.17 दिन
नोट : दोगुना होने की दर को छोड़कर सभी आंकड़े प्रतिशत में हैं।