Corona Vaccine Price in Jharkhand: निजी अस्पतालों में टीकाकरण की कीमत तय, यहां देखें

Corona Vaccine Price in Jharkhand राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के विशेष कार्य पदाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा ने सभी जिलों के सिविल सर्जनों को इसे सख्ती से लागू कराने के लिए कहा है। कुछ निजी अस्‍पतालों में टीकाकरण शुरू हो गया है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 07:02 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 07:12 PM (IST)
Corona Vaccine Price in Jharkhand: निजी अस्पतालों में टीकाकरण की कीमत तय, यहां देखें
Corona Vaccine Price in Jharkhand कुछ निजी अस्‍पतालों में टीकाकरण शुरू हो गया है।

रांची, राज्य ब्यूरो। भारत सरकार ने निजी अस्पतालों व टीका केंद्रों में कोरोना टीकाकरण की दर तय कर दी है। इसके तहत कोविशील्ड तथा कोवैक्सीन के लिए अलग-अलग दर तय की गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के विशेष कार्य पदाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा ने सभी सिविल सर्जनों को इसकी जानकारी देते हुए इसका सख्ती से अनुपालन कराने को कहा है। बता दें कि राज्य में कुछ निजी अस्पतालों में कोरोना का टीकाकरण दोबारा शुरू हो गया है। निजी अस्पताल कंपनियों से सीधे वैक्सीन क्रय कर टीकाकरण कर रहे हैं।

किस वैक्सीन का कितनी दर (प्रति डोज)

कोविशील्ड : 780 (कंपनी की कीमत 600 रुपये, 30 रुपये जीएसटी तथा 150 रुपये सर्विस चार्ज)।

कोवैक्सीन : 1,410 (कंपनी की कीमत 1200 रुपये, 60 रुपये जीएसटी तथा 150 रुपये सर्विस चार्ज)।

कोविड अस्पतालों में फायर सेफ्टी के लिए होंगे नोडल ऑफिसर, हर महीने होगा ऑडिट

कोविड अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को सख्ती से लागू कराने की पहल हुई है। इसके तहत सभी ऐसे अस्पतालों में फायर सेफ्टी के लिए अलग से नोडल पदाधिकारी होंगे, जिनकी मुख्य जिम्मेदारी अस्पतालों में आग से सुरक्षा की होगी। वहीं, अब नियमित रूप से हर महीने फायर सेफ्टी का ऑडिट होगा। राज्य सरकार ने इसे अस्पतालों में अनिवार्य रूप से लागू करने के निर्देश सभी उपायुक्तों व सिविल सर्जनों को दे दिए गए हैं।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखंड के राज्य नोडल पदाधिकारी (आइईसी) सिद्धार्थ त्रिपाठी के अनुसार, 12 जून को राज्य स्तर पर इसकी समीक्षा होगी कि कौन-कौन से अस्पताल सर्वोच्च न्यायालय के इस आदेश का अनुपालन कर रहे हैं और कौन नहीं। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के तहत सभी अस्पतालों को अग्निशमन विभाग से अनिवार्य रूप से एनओसी भी लेना है। बैठक में इसकी भी समीक्षा की जाएगी कि कितने अस्पतालों ने इसका अनुपालन किया है तथा कितने ने इसके लिए आवेदन दिया है। उनके अनुसार, सभी जिलों को अस्पतालों में फायर सेफ्टी का पूरा सिस्टम स्थापित करने को कहा गया है।

जांच में कमी नहीं लाएगी सरकार, जिलों को भेजे 7.5 लाख किट

राज्य सरकार कोरोना के संक्रमण में काफी कमी आने के बाद भी जांच में कमी नहीं लाएगी। जांच की गति बरकरार रखने को लेकर सभी जिलों को 7.5 लाख रैपिड एंटीजन टेस्ट किट भेजे गए हैं। बता दें कि पिछले दिनों जिलों को 44 ट्रूनेट मशीनें भी दी गई थीं। अब राज्य में ऐसी मशीनों की संख्या 297 हो गई है। वहीं, सात जिलों में आरटी-पीसीआर लैब स्थापित की जा रही है।

इधर, सभी आटी-पीसीआर लैब में कोरोना की जांच के लिए रिम्स से आरएनए एक्जट्रैकशन किट लेकर एमजीएम-जमशेदपुर, एचएमसीएच-हजारीबाग, दुमका मेडिकल कॉलेज-दुमका, मेदिनीराय मेडिकल कॉलेेज-पलामू तथा इटकी यक्ष्मा लैब को दिए गए हैं। इनमें से एमजीएम को 19,760, इटकी यक्ष्मा लैब को दस हजार तथा अन्य तीनों मेडिकल कॉलेजों में प्रत्येक को 5,760 किट उपलब्ध कराए गए हैं।

केंद्र से आवंटित एक लाख कांसेंट्रेटर में झारखंड को भी मिलेंगे

केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को पीएम केयर फंड से एक लाख ऑक्सीजन कांसेंट्रेटर उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। इनमें बड़ी संख्या में कांसेंट्रेटर झारखंड को भी मिलेंगे। केंद्र ने इसकी जानकारी राज्य सरकार को दी है। साथ ही इसके लिए प्रशिक्षण एवं अन्य आवश्यक तैयारी करने को कहा है।

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