बहुत जरूरी है बुजुर्गों और बीमारों के लिए टीका लेना

रांची वैसे तो कोरोना वायरस के संक्रमण के खात्मे के लिए सभी लोगों को इससे बचाव का टीका लेना आवश्यक है लेकिन बुजुर्गो और बीमारों के लिए तो यह टीका लेना और भी जरूरी है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि कोरोना वायरस बुजुर्गों और बीमारों के लिए सबसे अधिक घातक साबित हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 10:15 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 10:15 PM (IST)
बहुत जरूरी है बुजुर्गों और बीमारों के लिए टीका लेना
बहुत जरूरी है बुजुर्गों और बीमारों के लिए टीका लेना

रांची : वैसे तो कोरोना वायरस के संक्रमण के खात्मे के लिए सभी लोगों को इससे बचाव का टीका लेना आवश्यक है, लेकिन बुजुर्गो और बीमारों के लिए तो यह टीका लेना और भी जरूरी है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि कोरोना वायरस बुजुर्गों और बीमारों के लिए सबसे अधिक घातक साबित हुआ है। आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 1,088 लोगों की जान कोरोना से गई है, जिनमें 831 मरीज (लगभग 76 फीसद) 50 वर्ष से अधिक आयु के थे। ऐसे में इस आयु वर्ग के लोगों के लिए उनका टीकाकरण बहुत जरूरी है।

बुजुर्गों एवं बीमार लोगों के सबसे अधिक जोखिम में होने के कारण ही सरकार की प्राथमिकता में हेल्थ केयर वर्कर्स तथा फ्रंटलाइन वर्कर्स के बाद इनका टीकाकरण है। जब 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण होगा, तो इन बीमारियों से ग्रसित 60 फीसद लोगों को ऐसे ही टीकाकरण हो जाएगा। गंभीर बीमारियों से जूझ रहे शेष 40 फीसद शेष लोग 45 से 59 वर्ष के हैं, जो हाई रिस्क जोन में हैं। इनका भी कोरोना टीकाकरण उतना ही जरूरी है, जितना कि 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण होना। क्योंकि, जिन मरीजों की कोरोना से मृत्यु हुई है, उनमें अधिसंख्य अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखंड के निदेशक रविशंकर शुक्ला ने भी इस आयु वर्ग के लोगों के अलावा सभी स्वास्थ्य कर्मियों तथा फ्रंटलाइन वर्कर्स से अनिवार्य रूप से टीका लेने की अपील की है।

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किस आयु में कितने मरीजों की हुई मौत :

आयु - पुरुष - महिला - कुल

10 वर्ष से कम - 02 - 02 - 04

11-30 वर्ष - 32 - 14 - 46

31-50 वर्ष - 154 - 52 - 206

51-70 वर्ष - 395 - 148 - 543

70 वर्ष से अधिक - 233 - 55 - 288

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