Jharkhand School News: स्कूल आने से पहले सभी शिक्षकों व कर्मियों का कोरोना जांच अनिवार्य, जानें निर्देश
Jharkhand School Guidelines News रांची जिला टास्क फोर्स के निर्णय पर डीईओ ने आदेश जारी किया है। आदेश सभी सरकारी व निजी स्कूलों के शिक्षकों कर्मियों के लिए है। राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों को बायोमिट्रिक उपस्थिति बनाना अनिवार्य है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में सरकारी तथा निजी स्कूलों के सभी शिक्षकों व कर्मियों को स्कूल आने से पहले कोरोना की जांच कराना होगा। रांची के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने यह आदेश जारी किया है। उन्होंने जिला टास्क फोर्स की बैठक में लिए गए निर्णय तथा जिला प्रशासन के निर्देश के आलोक में यह आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि वैसे सभी सरकारी व निजी शैक्षणिक संस्थान जहां पठन-पाठन शुरू किया जाना है, वहां के सभी शिक्षकों तथा कर्मियों काे कोरोना जांच कराना अनिवार्य होगा।
कोरोना जांच के लिए मोबाइल नंबर 9798222154 पर संपर्क करने के लिए कहा गया है। बताया जाता है कि बच्चों को कोरोना से बचाने को लेकर इस तरह के आदेश कुछ अन्य जिलों में भी जारी किए गए हैं। इधर, सभी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की बायोमिट्रिक उपस्थिति भी अनिवार्य कर दी गई है। पिछले साल कोरोना की पहली लहर आने के बाद इस पर रोक लगाते हुए मैनुअल उपस्थिति बनाने के निर्देश दिए गए थे। अब सभी शिक्षकों तथा कर्मियों को बायोमिट्रिक उपस्थिति बनानी होगी। इसे लेकर भी सभी जिलों में आदेश जारी किए जा रहे हैं।
ई-लर्निंग के सफल छात्र-छात्राओं को किया गया सम्मानित
झारखड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) द्वारा संचालित ई-लर्निंग सर्टिफिकेट कोर्स के सफल छात्र-छात्राओं को जेएसएलपीएस की सीईओ नैंसी सहाय ने बुधवार को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। स्वयं सहायता समूह एवं संघ प्रबंधन पर आधारित छह माह के इस कोर्स के लिए सफल छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया है। इस मौके पर सीईओ नैंसी सहाय ने कहा कि इस तरह के शॉर्ट टर्म कोर्स को प्रोत्साहित करने की जरूरत है, ताकि विकास के क्षेत्र में अधिक से अधिक अनुभवी एवं जानकार लोगों की सेवाएं समाज को मुहैया हो सकें।
सम्मानित होने वाले छात्र-छात्राओं में उत्तम कुमार को पहले, मोहम्मद अंसारी दूसरे और गीता देवी ने तीसरा स्थान हासिल किया। बता दें कि पुणे के चैतन्य और मुंबई के टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस के संयुक्त प्रयास से सामुदायिक संगठनों पर आधारित एक डिजिटल पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। जेएसएलपीएस में वर्ष 2018 में शुरू हुए ई-लर्निंग सर्टिफिकेट कोर्स से 150 से अधिक युवक एवं युवतियां लाभान्वित हुए हैं। इस सर्टिफिकेट कोर्स के लिए हर साल 50 छात्रों का नामांकन किया जाता है।