कोरोना पॉजिटिव महिला स्वस्थ, बंद कमरे में चल रहा इलाज

रिम्स के ट्रामा सेंटर के दूसरे तल्ले पर भर्ती 22 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव का इलाज चल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Apr 2020 02:12 AM (IST) Updated:Thu, 02 Apr 2020 06:19 AM (IST)
कोरोना पॉजिटिव महिला स्वस्थ, बंद कमरे में चल रहा इलाज
कोरोना पॉजिटिव महिला स्वस्थ, बंद कमरे में चल रहा इलाज

जागरण संवाददाता, राची : रिम्स के ट्रामा सेंटर के दूसरे तल्ले पर भर्ती 22 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव महिला की स्थिति अब भी सामान्य है। स्वास्थ्य भी बिल्कुल ठीक है। कोरोना के लक्षण सर्दी, खासी, बुखार, गले में खरास बदन दर्द आदि के लक्षण अब भी नहीं दिखे हैं। जानकारी के अनुसार बोलते समय सास लेने में हल्की परेशानी हो रही है। रिम्स के चिकित्सकों का कहना है कि महिला यंग है और इम्यूनिटी मजबूत है इस वजह से लक्षण दिखने में समय लग रहा है। अन्य प्रदेशों समेत दूसरे देशों में भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। बता दें कि उक्त महिला का इलाज ट्रॉमा सेंटर के दूसरे तल्ले में एक बंद कमरे में किया जा रहा है। जहा सिर्फ गिने चुने नर्सिंग स्टाफ व चिकित्सक पीपीइ किट पहन के जा रहे हैं। पीएसएम विभाग के डॉ देवेश कुमार ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव महिला फिलहाल पूरी तरह स्वस्थ है।

कोरोनो पॉजिटिव मरीज भी हो सकता है एसिंप्टोमेटिक

इधर, रिम्स निदेशक डॉ डीके सिंह ने बताया कि पॉजिटिव महिला का लगातार सैंपल का जाच किया जाएगा। ट्रीटमेंट के बाद जब तक रिपोर्ट नेगेटिव नहीं आ जाता तब तक उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि महिला में कोरोनावायरस के कोई भी लक्षण नहीं दिखे थे, इसे एसिंप्टोमेटिक कहा जाता है। यानी बिल्कुल साधारण व्यक्ति की तरह। एसिंप्टोमेटिक का मतलब है कि जो भी पीड़ित मरीज हैं उनमें बुखार, सर्दी खासी, पेट खराब, बदन दर्द, गले में खराश आदि के कोई लक्षण नहीं पाए गए। वहीं 30 साल तक के आयु वाले लोगों में भी लक्षण जल्दी नहीं दिखाई पड़ते है। क्यूंकि उनका इम्यून सिस्टम काफी हद तक मजबूत रहता है। सही तरह से खानपान वाले लोग इस वायरस से 14 दिन से पहले भी रिकवर कर रहे है। बताते चले कि बॉलीवुड गायिका कनिका कपूर भी एसिंप्टोमेटिक थी। उसमें भी कोरोनावायरस के कोई लक्षण नहीं पाए गए थे। हर घटे चलती रही ट्रॉमा सेंटर ने सफाई

कोरना पॉजिटिव महिला को ट्रामा सेंटर में रखा गया है। जहा उसका इलाज चल रहा है। भर्ती करने के बाद से लगातार ट्रामा सेंटर के दूसरे तल्ले से लेकर पूरे भवन और ट्रामा सेंटर के बाहर सैनिटाइजर किया जा रहा है। सफाई कर्मचारी भी मास्क हैंड क्लब्स समेत अन्य सुरक्षा यंत्र पहने हुए सफाई की। ताकि किसी और को संक्रमण का खतरा ना रहे। ट्रामा सेंटर के सेकंड फ्लोर में अनावश्यक लोगों की इंट्री पर पाबंदी लगा दी गई है। सिर्फ ड्यूटी रोस्टर के हिसाब से जिन डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी कहा लगी है उन्हें ही दूसरे तल्ले में जाने की अनुमति दी जा रही है।

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