Jharkhand में मिला सबसे खतरनाक कोरोना UK Strain, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप...

Corona New Strain in Jharkhand झारखंड में भी कोरोना के नए स्ट्रेन मिले हैं। भुवनेश्वर स्थित रीजनल जीनोम सिक्वेसिंग लेबोरेट्री में हुई जांच में झारखंड में कोरोना के नए स्ट्रेन होने की पुष्टि हुई। कोरोना के नए स्ट्रेन मिलने के बाद राज्‍य में खलबली मच गई है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 07:44 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 06:57 AM (IST)
Jharkhand में मिला सबसे खतरनाक कोरोना UK Strain, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप...
Corona New Strain in Jharkhand: झारखंड में भी कोरोना के नए स्ट्रेन मिले हैं।

रांची, राज्य ब्यूरो। Corona New Strain in Jharkhand झारखंड में भी कोरोना के नए स्ट्रेन मिले हैं। भुवनेश्वर स्थित रीजनल जीनोम सिक्वेसिंग लेबोरेट्री में हुई जांच में झारखंड में कोरोना के नए स्ट्रेन होने की पुष्टि हुई। राज्य सरकार ने राज्य में कोरोना के स्वरूप जानने हेतु आरटी-पीसीआर जांच में पॉजिटिव पाए गए 52 सैंपल जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भुवनेश्वर स्थित लैब भेजे थे। इसमें राज्य में कोरोना के नए स्ट्रेन होने की बात सामने आई।

भुवनेश्वर स्थित लैब में भेजे गए 52 सैंपल में 39 सैंपल जीनोम सिक्वेसिंग के लिए योग्य पाए गए। 39 सैंपल की जीनोम सिक्वेसिंग में तीन फीसद अर्थात 13 सैंपल के वायरस खतरनाक पाए गए। नौ सैंपल में जहां यूके म्यूटेंट स्ट्रेन पाया गया, वहीं चार सैंपल में डबल म्यूटेंट स्ट्रेन पाया गया। जिन नौ सैंपल में यूके म्यूटेंट स्ट्रेन पाए गए उनमें आठ रांची तथा एक पूर्वी सिंहभूम के थे।

Jharkhand reported 9 confirmed cases of UK mutant strain and 4 cases of double mutant: State govt

— ANI (@ANI) April 14, 2021

वहीं, जिन चार सैंपल में डबल म्यूटेंट स्ट्रेन पाए गए उनमें तीन रांची तथा एक पूर्वी सिंहभूम के थे। कुल 13 सैंपल में आठ पुरुष तथा पांच महिला के सैंपल थे। बता दें कि कई राज्यों में नए स्ट्रेन होने की पुष्टि पहले हो चुकी है। झारखंड में भी जिस तरह कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है उससे माना जा रहा था कि नया स्ट्रेन ही इसका कारण है। अब नए स्ट्रेन होने की पुष्टि हो गई है।

क्या है जीनोम सिक्वेसिंग जीनोम सिक्वेसिंग

जीनोम सिक्वेंसिंग से किसी वायरस की कुंडली तथा उसके सही स्वरूप का पता चलता है। इससे यह भी पता चलता है कि यह कितना खतरनाक है। जीनोम सिक्वेसिंग आरटी-पीसीआर में पॉजिटिव पाए गए उस सैंपल की होती है जिसका सीटी वैल्यू 25 से कम होता है। सैंपल को -80 डिग्री सेंटीग्रेड में स्टोर किया जाता है तथा लैब तक भेजे जाने तक कोल्ड चेन मेंटेन किया जाता है। केंद्र के निर्देश पर राज्य सरकार ने सभी आरटी-पीसीआर लैब को 25 से कम सीटी वैल्यू वाले पांच फीसद सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराने को कहा है।

स्वास्थ्य विभाग ने की दिशा-निर्देशों के अनुपालन की अपील

झारखंड में कोरोना के नए स्ट्रेन मिलने की पुष्टि होने से जहां राज्य सरकार को मरीजों के उपचार प्रबंधन बेहतर करने तथा आगे की योजना बनाने में सहूलियत होगी, वहीं स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के लोगों से कोरोना के चेन तोड़ने के लिए उनसे कोविड व्यवहार का अनुपालन करने तथा केंद्र व राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर दिए जा रहे दिशा-निर्देशों का अनुपालन करने की अपील की है।

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