शेड्यूल रेट घटाने पर रांची नगर निगम के ठेकेदारों ने टेंडर का किया विरोध Ranchi News
Ranchi Municipal Corporation Jharkhand News ठेकेदार विवेक कुमार ने बताया कि सरकार पहले पीसीसी सड़क की ढलाई के लिए 5800 रुपये प्रति वर्ग मीटर देती थी। लेकिन अब इसे घटाकर 3600 रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दिया गया है।
रांची, जासं। रांची नगर निगम ने हरमू में एक पार्क के सुंदरीकरण के साथ ही नाली और सड़क निर्माण के लिए तकरीबन 10 टेंडर निकाले हैं। लेकिन रांची नगर निगम के ठेकेदारों ने इन टेंडरों का विरोध कर दिया है। ठेकेदारों का कहना है कि इन टेंडरों का बहिष्कार किया जाएगा। उनका कहना है कि सरकार ने जो शेड्यूल रेट जारी किया है, वह काफी कम है। इसलिए वह लोग इसका विरोध कर रहे हैं। रांची नगर निगम के पांचवें तल्ले पर रांची नगर निगम संवेदक संघ ने गुरुवार को ठेकेदार मनोज कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक की।
इस बैठक में टेंडर के बहिष्कार का फैसला लिया गया। ठेकेदार विवेक कुमार ने बताया कि सरकार पहले पीसीसी सड़क की ढलाई के लिए 5800 रुपये प्रति वर्ग मीटर देती थी। लेकिन अब इसे घटाकर 3600 रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि बाजार में सीमेंट की एक बोरी का दाम 350 रुपये है। जबकि शेड्यूल रेट में इसे प्रति बोरी 211 रुपये निर्धारित किया गया है। स्टील का प्रति किलो का दाम बाजार में 70 रुपये है। जबकि शेड्यूल रेट में इसे 57 रुपये प्रति किलो निर्धारित किया गया है।
यही नहीं, नियमों में बदलाव करते हुए अब यह व्यवस्था दी गई है कि कोई भी ठेकेदार निर्धारित लागत के 30 फीसद कम पर जाकर टेंडर ले सकता है। पहले ठेकेदार 10 फीसद कम पर जा कर लेता था। ठेकेदार इसका भी विरोध कर रहे हैं। ठेकेदारों का कहना है कि अगर कोई भी योजना का प्राक्कलन तय करता है, वह काफी सोच समझकर करता है। अगर कोई ठेकेदार 29 फीसद कम पर ठेका लेकर काम करेगा तो इससे योजना की गुणवत्ता पर असर पड़ेगा।
ठेकेदारों का कहना है कि बहुत सारे नए संवेदक समझ नहीं पाते और वह टेंडर ले लेते हैं। बाद में काम छोड़ कर भाग जाते हैं। ठेकेदारों की मांग है कि सरकार शेड्यूल रेट को दोबारा निर्धारित करे और बाजार के दाम के हिसाब से ही शेड्यूल रेट निर्धारित किया जाए। इसी के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाए। अभी रांची नगर निगम ने टेंडर खुलने की जो प्रक्रिया बताई है, उसके तहत 24 मई को पार्क के सुंदरीकरण का टेंडर खुलेगा। बैठक में ठेकेदार मुदस्सर खान, मुन्ना ठाकुर, इंदर सिंह आदि भी मौजूद थे।