बीस सूत्री कमेटियों को लेकर कांग्रेस रेस

रांची झारखंड में सरकार गठन के एक वर्ष से अधिक हो जाने के बाद कांग्रेस उन कार्यकर्ताओं और नेताओं की चिता कर रही है जिन्हें पार्टी से विभिन्न प्रकार की जिम्मेदारियों की उम्मीद है। ऐसे में बीस सूत्री समितियों से लेकर निगरानी समिति तक के लिए पार्टी नेतृत्व अपने स्तर से निर्णय ले रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 08:12 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 08:12 PM (IST)
बीस सूत्री कमेटियों को लेकर कांग्रेस रेस
बीस सूत्री कमेटियों को लेकर कांग्रेस रेस

रांची : झारखंड में सरकार गठन के एक वर्ष से अधिक हो जाने के बाद कांग्रेस उन कार्यकर्ताओं और नेताओं की चिता कर रही है, जिन्हें पार्टी से विभिन्न प्रकार की जिम्मेदारियों की उम्मीद है। ऐसे में बीस सूत्री समितियों से लेकर निगरानी समिति तक के लिए पार्टी नेतृत्व अपने स्तर से निर्णय ले रहा है। विभिन्न समितियों में कांग्रेस आधा हिस्सा मांग रही है, लेकिन 40 फीसद तक मिलने का अनुमान है। इस मसले पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह मुख्यमंत्री से बात कर निर्णय लेंगे। कांग्रेस ने इसके लिए होम वर्क भी पूरा कर लिया है।

पिछले दिनों सभी जिलों से पार्टी ने बीस सूत्री कमेटियों के लिए नामों की अनुशंसा मांगी थी। खासकर प्रखंड बीस सूत्री को लेकर कांग्रेस ने अपनी टीम तैयार कर ली है। प्रदेश नेतृत्व ने जिलों से प्राप्त सूची के आधार पर भी संभावित नामों की एक सूची तैयार कर ली है। अब मुख्यमंत्री से बात करने के बाद तमाम नामों को हरी झंडी मिल जाएगी। इधर, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने इस मामले में अपने स्तर से छोटे स्तर के कार्यकर्ताओं तक को संतुष्ट करने का फॉर्मूला तैयार कर लिया है।

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आरपीएन ने जिला अध्यक्षों के साथ की बैठक :

प्रभारी आरपीएन सिंह अपने दौरे के दूसरे दिन शनिवार को जोनल कोऑर्डिनेटर एवं जिला अध्यक्षों तथा वरिष्ठ कांग्रेस जनों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि जिला अध्यक्षों की जिम्मेदारी बनती है कि वे पंचायत स्तर पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर संगठन को गति प्रदान करें। हम केंद्र सरकार की नाकामियों को जनता के बीच सफलता के साथ उजागर कर सकें। झारखंड प्रभारी ने कहा कि केंद्र सरकार की तानाशाही रवैया के कारण आज युवा, किसान, महिलाएं आदि नाराज हैं। ऐसे में कांग्रेस की यह जिम्मेदारी बनती है कि लोकतंत्र को कैसे बचाए रखें, क्योंकि देश लोकतंत्र से ही चलता है। जबकि, भाजपा हठधर्मिता और लाठी तंत्र से सरकार चलाना चाहती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से राज्य सरकार की उपलब्धियां दूर-दूर तक पहुंचाने की अपील की। प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने बताया कि बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मानस सिन्हा, संजय लाल पासवान, केशव महतो कमलेश, रमा खलखो, अशोक चौधरी, भीम कुमार, सुल्तान अहमद आदि मौजूद थे।

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