Jharkhand: कांग्रेसियों ने आपस में जमकर चलाए लात-घूंसे, मारपीट से सभा में मची भगदड़
Jharkhand Politics कांग्रेसियों ने बुधवार को सत्य व अहिंसा का मार्ग त्यागकर रामगढ़ स्थित सीसीएल तोपा परियोजना कार्यालय परिसर को रणक्षेत्र में तब्दील कर दिया। मजदूरों की विभिन्न मांगों को लेकर परियोजना कार्यालय में धरना दे रहे कांग्रेसी भाषण देने के विवाद में आपस में ही भिड़ गए।
रामगढ़, जेएनएन। कांग्रेसियों ने बुधवार को सत्य व अहिंसा का मार्ग त्यागकर रामगढ़ स्थित सीसीएल तोपा परियोजना कार्यालय परिसर को रणक्षेत्र में तब्दील कर दिया। मजदूरों की विभिन्न मांगों को लेकर परियोजना कार्यालय में धरना दे रहे कांग्रेसी भाषण देने के विवाद में आपस में ही भिड़ गए। दो गुटों में बंटे कांग्रेसियों के बीच जमकर गाली गलौज और मारपीट हुई। इस घटना में कांग्रेसी नेता श्याम सिंह घायल हो गए। पुलिस ने उन्हें सदर अस्पताल भेज कर प्राथमिक उपचार कराया। इस मामले में दोनों ही पक्षों की ओर से एक-दूसरे पर गाली गलौज और मारपीट की प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक धरना में संबोधन का अवसर न मिलने से क्षुब्ध कांग्रेस के मांडू प्रखंड कार्यकारी अध्यक्ष सह यंग ब्रिगेड कांग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष श्याम सिंह ने न सिर्फ आपत्ति जताई, बल्कि वरीय नेताओं को भला-बुरा कह डाला। इस बीच श्याम सिंह पर गाली गलौज करने का आरोप लगाते हुए राजीव गांधी पंचायती राज के प्रदेश को-आर्डिनेटर शांतनु मिश्रा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुन्ना पासवान, पूर्व जिलाध्यक्ष बलजीत सिंह बेदी और मांडू प्रखंड अध्यक्ष सुधीर सिंह उन पर टूट पड़े। इस बीच कुछ कांग्रेसियों ने ही बीच बचाव कर मामला शांत कराया।
इस मामले में श्याम सिंह ने संबंधित चारों कांग्रेसी नेताओं पर कुजू ओपी में प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया है। उन्होंने संबंधित नेताओं पर लात-घूंसों और मुक्कों से मारकर जख्मी करने का आरोप लगाया है। वहीं दूसरे पक्ष की ओर से जिलाध्यक्ष मुन्ना पासवान ने श्याम सिंह के विरुद्ध मारपीट, जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल व धमकी देने की शिकायत करते हुए आवेदन दिया है। बताते चलें कि कांग्रेस मांडू प्रखंड समिति द्वारा कोयला मजदूरों के पांच सूत्री मांगपत्र को सौंपने को लेकर तोपा परियोजना कार्यालय में धरना का कार्यक्रम आयोजित था।