एक महीने के भीतर जीएसटी नंबर कैंसिल करने की प्रक्रिया पूरी कर लें

द इंस्टीट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की रांची शाखा द्वारा आयोजित जीएसटी में हुए बदलावों पर वेबिनार में बोलते हुए नई दिल्ली के अप्रत्यक्ष कर के विशेषज्ञ सीए नव्या मल्होत्रा ने कहा कि यदि किसी एकल व्यवसायी की मौत हो जाती है।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 11:13 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 11:13 AM (IST)
एक महीने के भीतर जीएसटी नंबर कैंसिल करने की प्रक्रिया पूरी कर लें
एक महीने के भीतर जीएसटी नंबर कैंसिल करने की प्रक्रिया पूरी कर लें। जागरण

रांची, जासं । द इंस्टीट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की रांची शाखा द्वारा आयोजित जीएसटी में हुए बदलावों पर वेबिनार में बोलते हुए नई दिल्ली के अप्रत्यक्ष कर के विशेषज्ञ सीए नव्या मल्होत्रा ने कहा कि यदि किसी एकल व्यवसायी की मौत हो जाती है तो जीएसटी के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन को कैंसिल करने की प्रक्रिया एक महीने के भीतर पूरा कर लेनी चाहिए। क्योंकि जीएसटी नंबर पैन नंबर के आधार पर होता है।

इस स्थिति में यदि उनके उत्तराधिकारी के द्वारा उस व्यवसाय को जारी रखना हो तो उन्हें पुराने जीएसटी नंबर को कैंसिल कराकर नया जीएसटी नंबर लेना आवश्यक है। यदि उस व्यवसाय को बंद भी करना हो तो भी उस जीएसटी के अधीन लंबित रिटर्न भरकर एक महीने के अन्दर जीएसटी कैंसिल करने की प्रक्रिया पूरी कर लेनी चाहिए। कहा कि कोरोना महामारी के कारण सरकार मार्च और अप्रैल माह के रिटर्न फाइलिंग की तारीख आगे बढ़ाई है, लेकिन इसमें लेट फीस सिर्फ माफ़ किया है, ब्याज लगेगा । पहली अप्रैल 2021 से 5 करोड़ से ज्यादा टर्नओवर वाले व्यवसायों को एचएसएन कोड लिखना आवश्यक हो गया है।

अभी समाज की सेवा महत्वपूर्ण

वेबिनार में विशेषज्ञ सीएस देवेश गोयल ने कहा कि सरकार ने वीडियो कांफ्रेंस के द्वारा बोर्ड मीटिंग करने की छूट दिया है । कहा, कंपनी एक्ट में हुए बदलाव में एक्ट की फाइनेंशियल रिपोर्ट की फॉर्मेट में काफी नए कॉलम जोड़े गए है जिसके कारण आने वाले वर्ष की फाइनेंशियल रिपोर्ट तैयार करने में पहले की अपेक्षा काफी मेहनत करनी पड़ेगी। अब कंपनी के प्रोमोटर की शेयर की बारे में भी विस्तृत जानकारी देना होगा।

रांची शाखा के अध्यक्ष सीए प्रवीण शर्मा ने कहा कि अभी हमारे लिए अपने काम से ज्यादा महत्वपूर्ण अपने परिवार और अपने समाज के लोगों को इस महामारी से बचाना है। साथ ही व्यावसायिक कानूनों में हो रहे बदलावों पर भी सचेत रहना है, ताकि इस का सही लाभ देश और समाज को मिल सके । संचालन सीपीई कमेटी की अध्यक्ष मनीषा बियानी ने किया। इसमें लगभग 100 सीए जुड़े। सचिव सीए प्रभात कुमार ने धन्यवाद दिया।

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