डेंगू से निपटने को अब सुबह में भी होगी कोल्ड फॉगिंग

डेंगू से निपटने के लिए अब सुबह में भी कोल्ड फॉगिंग की जाएगी। इसको लेकर जांच की गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Nov 2019 04:12 AM (IST) Updated:Fri, 15 Nov 2019 06:16 AM (IST)
डेंगू से निपटने को अब सुबह में भी होगी कोल्ड फॉगिंग
डेंगू से निपटने को अब सुबह में भी होगी कोल्ड फॉगिंग

जागरण संवाददाता, रांची : डेंगू से निपटने के लिए अब सुबह में भी कोल्ड फॉगिंग की जाएगी। फोकस उन इलाकों में होगा जहां डेंगू का प्रकोप अधिक है या जहां से अधिक मामले सामने आए हैं। वहीं ऐहतियातन वार्ड स्तर पर गली-मोहल्ले में लगाए गए मिनी एचवाइडीटी के तहत पानी की टंकी की भी जांच कराई जाएगी। रांची नगर निगम की सहायक लोक स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ. किरण कुमारी ने बताया कि शनिवार को नगर आयुक्त इस मामले को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे।

इधर, नगर आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि डेंगू के मच्छर गंदे पानी में नहीं बल्कि स्थिर और स्वच्छ पानी में प्रजनन करते हैं। डेंगू के लिए ब्रीडिंग ग्राउंड घर के बाहर नहीं, बल्कि घर के अंदर होता है। उन्होंने बताया कि जिन घरों की छत पर बारिश के पानी से जलजमाव होता है या घरों में पुराने टायर आदि हों, जिसमें कई दिनों से पानी जमा हो उनमें डेंगू मच्छर के लार्वा पनप सकते हैं।

उन्होंने बताया कि एक-एक अधिकारी को अपने-अपने क्षेत्र में डोर-टू-डोर दौरा करने व डेंगू के प्रजनन की संभावना के संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए नियुक्त किया है। लगभग 30 हजार घरों में लगभग एक हजार मिलियन लार्वा को नष्ट किया गया है। स्वास्थ्य विभाग व रांची नगर निगम के संयुक्त अभियान में पंफलेट भी बांटा गया है। नियमित रूप से डेंगू वार्डो का दौरा किया जा रहा है, ताकि डेंगू से पीड़ित मरीजों का पता लगाया जा सके।

रांची के मरीजों के बारे में जानकारी : उन्होंने बताया कि डेंगू से पीड़ित कुल सात मरीज हैं इनमें जगुआर के तीन जवान, हिदपीढ़ी व पुरानी रांची क्षेत्र के चार मरीज हैं। डेंगू से पीड़ित मरीजों के आवासीय क्षेत्र का पता भी लिया गया है। नगर निगम के कर्मी व अधिकारी नियमित रूप से उन क्षेत्रों में भ्रमण कर डोर-टू-डोर सर्च अभियान चला रहे हैं।

नगर निगम की टीम पहुंची डोरंडा : बुधवार को मेदांता अस्पताल में डेंगू से पीड़ित मरीज इजहार गद्दी उर्फ बिंट्टू की मौत के बाद रांची नगर निगम की टीम ने गुरुवार को डोरंडा स्थित ग्वाला टोली का निरीक्षण किया। मौके पर मृतक के परिजनों व स्थानीय पार्षद से भी बात की गई। हालांकि इस क्षेत्र में बुखार से पीड़ित किसी मरीज की जानकारी नहीं मिली।

पिछले साल चिकनगुनिया का रहा था प्रकोप : 2018 में हिदपीढ़ी क्षेत्र में पानी की टंकी में भी चिकनगुनिया के लार्वा पाए गए थे। दुर्गापूजा के पूर्व ही हिदपीढ़ी क्षेत्र में डोर-टू-डोर सर्च अभियान चलाकर स्थानीय लोगों को चिकनगुनिया व डेंगू से बचाव की जानकारी दी गई थी।

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