कोल इंडिया अपने स्टेकहोल्डर को दे सकती है 25 प्रतिशत तक अतिरिक्त लाभांश, आज बैठक में होगा फैसला
विश्व की सबसे बड़ी खनन कंपनियों में से एक कोल इंडिया अपने निवेशकों को बड़ी खुशखबरी दे सकती है। कंपनी अपने स्टेकहोल्डर को करीब 20 से 25 प्रतिशत का अतिरिक्त लाभांश दे सकती है। सीसीएल के अधिकारियों के मुताबिक कंपनी चौथी तिमाही के नतीजों की भी घोषणा कर सकती है।
रांची, जासं । विश्व की सबसे बड़ी खनन कंपनियों में से एक कोल इंडिया सोमवार को अपने निवेशकों को बड़ी खुशखबरी दे सकती है। कंपनी अपने स्टेकहोल्डर को करीब 20 से 25प्रतिशत का अतिरिक्त लाभांश दे सकती है। सेंट्रल कोल फिल्ड्स(सीसीएल) के अधिकारियों के मुताबिक कंपनी वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही के नतीजों की भी घोषणा कर सकती है। सीआईएल हालांकि कोरोना संक्रमण के कारण इस वर्ष अपने लक्ष्य से काफी पीछे रही। मगर इसने 13 हजार करोड़ रुपये के संशोधित पूंजीगत व्यय के लक्ष्य को पार कर लिया है। बैठक में बोर्ड खनन को बढ़ावा देने और भविष्य की ऊर्जा जरूरतों पर मंथन करेगी।
बैठक में बोर्ड लाभांश का एक हिस्सा और घोषित करने की कोशिश करेगा। हालांकि ये पहले घोषित दो अंतरिम लाभांशों से काफी कम होगा। कंपनी ने इससे पहले 10रूपए के प्रत्येक शेयर पर 7.5रूपए और 5रूपए का लाभांश घोषित किया था। वित्त वर्ष में कुल लाभांश 15 रूपए प्रति शेयर से कम तक हो सकता है। कंपनी के इस फैसले से सबसे ज्यादा केंद्र सरकार को फायदा होगा। क्योंकि कंपनी में केंद्र सरकार की हिस्सेदारी करीब 66.13 प्रतिशत है।
सीसीएल के अधिकारिक सुत्रों के मुताबिक कोरोना संक्रमण के कारण पूरे देश में खनन प्रभावित हुआ है। इसके साथ ही आर्थिक गतिविधि धीरे होने से कोयले की मांग में भी कमी आयी। ऐसे में कोल इंडिया के चौथे तिमाही के परिणाम कमजोर रहने की पूरी संभावना है। हालांकि शेयर बाजार में कंपनी के शेयर 6.24 प्रतिशत की तेजी देखी गयी है। कंपनी का पूंजीगत व्यय करीब दस हजार करोड़ था। मगर कोरोना संक्रमण के कारण सरकार के द्वारा दबाव डाला कर अर्थव्यवस्था के समर्थन में धन जुटाने के लिए कहा। इसके बाद कंपनी ने 13हजार करोड का लक्ष्य रखा। हालांकि इसे पार कर लिया गया। कंपनी का पूंजीगत व्यय पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 109 प्रतिशत ज्यादा है।