Jharkhand CM हेमंत सोरेन बोले, झारखंड में पैसे लगाइए, बेहतर रिटर्न मिलेगा...

CM Hemant Soren invites Industrialists to invest in Jharkhand मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उद्योग विभाग द्वारा ताज पैलेस नई दिल्ली में आयोजित स्टेकहोल्डर कॉन्फ्रेंस में शामिल होकर झारखंड में निवेश की संभावनाओं से देशभर के उद्योगपतियों को अवगत कराया। कहा- आपको झारखंड में निवेश करने को आमंत्रित करता हूं।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 06:56 PM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 06:04 AM (IST)
Jharkhand CM हेमंत सोरेन बोले, झारखंड में पैसे लगाइए, बेहतर रिटर्न मिलेगा...
Hemant Soren: मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं आप सभी को झारखंड में निवेश करने को आमंत्रित करता हूं।

रांची, जेएनएन। Hemant Soren, Jharkhand News झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उनके राज्‍य में वे सभी आवश्यक एवं मूलभूत सुविधाएं मौजूद हैं, जो एक उद्योग की स्थापना के लिए जरूरी होती है। झारखंड में किसी चीज की कमी नहीं है। हमारे यहां कमी है, तो बस उन्हें सही तरीके से तराशने की, उनका वैल्यू एडीशन करने की। अगर हम अपने राज्य में मौजूद संसाधनों का वैल्यू एडीशन कर पाए तो झारखंड को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में खड़ा कर पाएंगे और इसमें उद्योगपतियों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सीएम शनिवार को नई दिल्‍ली के ताज पैलेस में उद्योग विभाग, झारखंड द्वारा आयोजित स्टेकहोल्डर कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। 

बड़े उद्योगों का साक्षी रहा झारखंड

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मौजूद खनिज संपदा से झारखंड की अलग पहचान तो है ही, यहां स्थापित उद्योगों ने भी झारखंड को देश-दुनिया में विशिष्‍ट पहचान दिलायी है। कई उद्योगों का उदय झारखंड से ही हुआ है। एशिया का सबसे बड़ा स्टील उद्योग झारखंड में ही लगा। एचईसी, टाटा स्टील, बोकारो स्टील प्लांट सहित कई उद्योगो की स्थापना झारखंड में ही हुई। पहली बार खाद फर्टिलाइजर फैक्ट्री भी झारखंड में ही लगी। सरकार आपको आश्वस्त करती है कि आप झारखंड में आएं और उद्योगों की स्थापना करें। सरकार आपके साथ खड़े होकर उद्योगों की स्थापना करने में आपकी मदद करेगी। 

कई सेक्टरों में उद्योग संभावनाओं की तलाश

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में आने वाले समय में कुछ ऐसी व्यवस्था स्थापित की जायेंगी, जिससे झारखंड के विकास को एक नई दिशा मिलेगी। समाज के हर तबके को इससे लाभ होगा। माइंस एवं मिनरल्स सेक्टर तो उद्योगों की स्थापना के लिये तो है ही साथ ही अन्य क्षेत्रों की ओर भी सरकार काम कर रही है। चाहे वो एग्रीकल्चर के क्षेत्र में हो, मोटरवेहिक्ल्स, इलेक्ट्रॉनिक मैनूफैक्चरिंग के क्षेत्र हों या फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र  में संभावनाएं अपार है। आवश्यकता है, इन्हें बढ़ावा देने की। 

पर्यटन के क्षेत्र में भी हो रहा है विकास

मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि झारखंड प्राकृतिक संसाधनों में ही अग्रणी नहीं है, बल्कि झारखंड में प्राकृतिक सुंदरता भी है, और राज्य पर्यटन के क्षेत्र में भी तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है। पर्यटन के क्षेत्र में तमाम संभावनाओं पर काम किया जा रहा है, इसमें भी रोजगार के अवसर तलाशे जा रहें हैं।

स्पोर्टस के क्षेत्र में भी निवेश की संभावना

मुख्यमंत्री ने कहा कि मै नई-नई चीजों पर काम करने पर ज्यादा फोकस करता हूं। हमारे राज्य के युवाओं में कुशलता की कमी नहीं हैं। खेल के क्षेत्र में झारखंड के युवा देश-विदेश में परचम लहरा रहे हैं। झारखंड में हॉकी और फुटबॉल के क्षेत्र में भी निवेश किया जा सकता है। 

जलमार्ग का भी विकल्प है झारखंड के पास

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जलमार्ग भी सुगम है। बंगाल में हल्दिया पोर्ट भी है जो रांची से मात्र 250 किमी की दूरी पर है। पारादीप है जो 400 किमी और साहेबगंज में गंगा नदी पर निर्माणाधीन पोर्ट है, जो जल्द ही शुरू हो जायेगा। यह रांची से मात्र 350 किमी की दूरी पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य में एयर कार्गो के लिए भी जगह चिन्हित किया गया है। राज्य में एयर कार्गो के लिये भी संभावनाएं तलाश की जा रही है और हम इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में किसी चीज की कमी नहीं है। बस थोड़ी इच्छाशक्ति की आवश्यकता है। मैंने जो बंडी पहनी है। यह किसी डिजाइनर ने तैयार नहीं की है, बल्कि हमारे राज्य की महिलाओं ने बनाया है। लेकिन किसी माहिर डिजाईनर की तरह नहीं है। इसे थोड़ा सा और तराशा जाये तो और भी बेहतर हो सकता है। बस हमें इसी इच्छाशक्ति की जरूरत है। 

सरकार आपके साथ खड़ी है

मुख्यमंत्री ने उद्योग जगत के लोगों को संबोधित करते हुये कहा कि आप सभी सुझाव दें और अपने आइडिया शेयर करें। कहीं भी कोई समस्या हो, दिक्कत आये तो बात करें। सरकार आपके साथ खड़ी है। राज्य में उद्योग की स्थापना एवं विकास की ओर हम मिल कर आगे बढ़ेंगे। यहां बिजली, पानी, जमीन, प्राकृतिक संसाधन और मानव संसाधन हैं। 

मैं आपको शीशा दिखाकर हीरा बेचने नहीं आया हूं, हम आपको हीरा साफ-सुथरा करके दिखाना चाहते हैं और पूछना चाहते हैं कि क्या इसकी चमक बढ़ाई जा सकती है...सुखदेव सिंह, मुख्य सचिव झारखण्ड 

मुख्य सचिव ने कहा कि आज झारखंड में  एक बेहद ही युवा, डायनामिक और संवेदनशील मुख्यमंत्री की अगुवाई में बनी एक बेहद ही मजबूत सरकार है। अपनी डायनामिक नेतृत्व क्षमता के दम पर कोविड19 के दौर में राज्य के मुख्यमंत्री ने देशभर में सबसे बेहतर तरीके से इस महामारी के दौरान राज्यवासियों की सेवा की। बेहद ही संवेदनशील तरीके से अपने लोगों की चिंता करते हुए मुख्यमंत्री ने महामारी के दौरान सुदूरवर्ती क्षेत्रों में फंसे लोगों को हवाई जहाज और ट्रेन से वापस लाया। आज वही मुख्यमंत्री आपके सहयोग की अपेक्षा करते हुए आपके विचारों को सुनने के लिए आपके सामने बैठे हैं। भविष्य में नीतियां किस तरह की हों, किस तरह की इंडस्ट्री पॉलिसी तैयार की जाएं ताकि इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा दिया जा सके। 

खनिज संपदा से परिपूर्ण है झारखंड

मुख्य सचिव ने कहा कि हमारा राज्य एक मिनरल रिच स्टेट है। कोयला, लोहा, यूरेनियम, सोना ये सब हमारे राज्य की संपदा हैं। किंबरलाइट जैसे पत्थर जिनमें हीरा निकलने की संभावना होती है वो गुमला और लोहरदग्गा में पाए गए हैं। ये हमारी ताकत है। आपको भरोसा नहीं होगा कि देश का 36% कोयला संपदा झारखंड में है, 90% कोकिंग कोल झारखंड में मिलता है। अगर आप लौह अयस्क की बात करेंगे तो मुझे लगता है इस क्षेत्र में अग्रणी राज्य झारखंड है। आज झारखंड में टाटा, बोकारो स्टील, हैवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन जैसी इंडस्ट्री चल रही है। कोई भी इन्वेस्टर अगर मिनरल बेस्ड इंडस्ट्री लगाना चाहते हैं तो हम उनका तहे दिल से स्वागत करते हैं। 

कनेक्टिविटी की कोई समस्या नहीं

मुख्य सचिव ने कहा कि कनेक्टिविटी का बात करें तो हमारे राज्य के 24 में से 22 जिले दूसरे राज्यों की सीमाओं से घिरे हैं। हमारे पास रेल, रोड और एयर कनेक्टिविटी की सुविधा है। 22000 किमी रोड नेटवर्क, 23 राष्ट्रीय राजमार्ग हमारे राज्य से अलग-अलग हिस्सों में बिछे हुए हैं, जीटी रोड हमारे राज्य से होकर गुजरती है। डेडिकेटेड फ्रेट कोरिडोर भी झारखंड से होकर गुजरने वाली है। यहां तक कि जलमार्ग के जरिए भी परिवहन का संसाधन हमारे राज्य में उपलब्ध है। 

संसाधनों के मामले में हम पीछे नहीं

मुख्य सचिव ने बताया कि झारखंड में प्रचूर मात्रा में ऊर्जा संसाधन उपलब्ध है। कोयला उत्पादन के क्षेत्र मंं अग्रणी राज्य होने की वजह से हमारे राज्य में विद्युत उत्पादन प्रचूर मात्रा में हो रहा है। कई विद्युत उत्पादन प्लांट हमारे राज्य में कार्यरत हैं। बहुत जल्द चतरा के टंडवा में 1000  मेगावाट पावर उत्पादन प्लांट शुरू किया जाएगा, इसके अतिरिक्त पतरातू में 4000 मेगावाट पावर प्लांट भी शुरू होने वाला है। जल संसाधन के मामले में भी झारखंड अग्रणी है। हमारे राज्य में गंगा, दामोदर, महानदी जैसी बड़ी नदियां सहित कई सहायक नदियां बहती हैं। इसलिए जल संसाधन किसी भी तरह से इंडस्ट्रीयल यूनिट के लिए कोई समस्या नहीं होगी। 

नक्सलवाद की समस्या अपने अंतिम चरण में

मुख्य सचिव ने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के बारे में बात करें तो हमारा राज्य लगातार सालों से देशभर में 5वें या छठे नंबर पर रहा है। सभी प्रकार के क्लियरेंस ऑनलाइन दिए जाने की सुविधा है। हम इसे और भी बेहतर करने में लगे हैं। इसे एक सिंगल विंडो सिस्टम में तब्दील किया जा रहा है। हमारे राज्य में 33%  से ज्यादा भूखंड जंगलों से आच्छादित है। हम देशभर में सबसे ज्यादा मात्रा में लाह का उत्पादन करते हैं लेकिन हमारे राज्य में लाह के प्रसंस्करण के लिए कोई सुविधा नहीं है। फूड प्रोसेसिंग यूनिट के लिए भी झारखंड में संभावनाएं है।

इसके लिए झारखंड एक आदर्श राज्य है। अंत में मैं आपको यह भरोसा दिलाता हूं कि आम जनभावना के विपरीत निवेशकों के लिए झारखंड एक बेहद ही सुरक्षित राज्य है। कुछ जिलों के सुदूरवर्ती इलाकों में नक्सलवाद की समस्या है जो कि अपने अंतिम चरण में है। लेकिन राज्य सरकार इस समस्या का पूर्ण रूप से समाधान करने के लिए तैयार है। इजराइली लेखक हरारी ने कहा था, किसी देश का विकास इसकी संपदा पर निर्भर नहीं करता बल्कि कैपि‍टल इनफ्लो पर निर्भर करता है।

कैपि‍टल इनफ्लो तीन चीजों पर निर्भर होती है-  लेजीटिमेसी ऑफ गवर्नमेंट, इन्फॉर्सिबिलिटी ऑफ कॉन्ट्रैक्ट लॉ और न्यायपालिका के इंडिपेंडेंस पर। आपको झारखंड में ये सभी चीजें मिलेंगी। अंत में मैं आपको याद दिला दूं, मैं आपको यहां शीशा दिखा कर हीरा, चांदी दिखाकर सोना या फिर लोहा को चांदी की तरह बेचने के लिए नहीं आया हूं। हम आपको हीरा को साफ सुथरा करके दिखाना चाहते हैं और पूछना चाहते हैं कि क्या इसकी चमक और बढ़ाई जा सकती है। 

उपस्थिति : इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, उद्योग सचिव पूजा सिंघल, रेजिडेंट कमिश्नर झारखंड भवन दिल्ली मस्तराम मीणा, निदेशक उद्योग जितेंद्र सिंह व देश के विभिन्न हिस्सों से आये उद्योगपति उपस्थित थे।

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