देख रहे हैं की प्रवृत्ति बंद हो, डेडलाइन का रखें ध्यान : सीएम

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सरकारी पदाधिकारियों को काम की प्रवृत्ति में सुधार लाने की नसीहत दी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Sep 2018 07:10 AM (IST) Updated:Tue, 25 Sep 2018 07:10 AM (IST)
देख रहे हैं की प्रवृत्ति बंद हो, डेडलाइन का रखें ध्यान : सीएम
देख रहे हैं की प्रवृत्ति बंद हो, डेडलाइन का रखें ध्यान : सीएम

रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सरकारी पदाधिकारियों को काम की प्रवृत्ति में सुधार लाने की नसीहत दी है। सोमवार को आधारभूत संरचना से जुड़े प्रोजेक्ट की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि देख रहे हैं, काम कर रहे हैं वाली प्रवृत्ति बंद होनी चाहिए। सभी कार्यो की डेडलाइन तय करें और प्रगति की समय-समय पर समीक्षा करें। काम के अनुसार सभी अधिकारियों की जवाबदेही तय करें। राज्य का तेजी से विकास चाहिए, इस गंभीरता को समझें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में चल रहे विकास कार्यो को सभी विभाग प्राथमिकता दें। उपायुक्त, डीएफओ सहित सभी अधिकारी कानून के तहत समस्या का समाधान करें। विभाग आपस में समन्वय बनाकर काम में तेजी लाएं। सरकार लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी। जहा जो लोग विस्थापित हो रहे हैं, उनकी सबसे पहले सुध लें। विस्थापितों की माग को समझें और कंपनियां सीएसआर के माध्यम से उनकी छोटी-छोटी आवश्यकता को प्राथमिकता देते हुए विकास कार्य करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले माह फिर से समीक्षा होगी।

बैठक में पथ, राष्ट्रीय राजमार्ग, डेडिकेटेड फ्रेड कॉरीडोर, गेल, एनटीपीसी, रेलवे प्रोजेक्ट, खान एवं भूतत्व, सीसीएल, बीसीसीएल, ईसीएल, हवाई अड्डा प्राधिकरण समेत अन्य प्रमुख विभागों की आधारभूत परियोजनाओं की समीक्षा की गई। इस मौके पर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी, विकास आयुक्त डीके तिवारी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, पथ निर्माण सचिव केके सोन सहित अन्य विभागों के सचिव, सभी जिलों के उपायुक्त, डीएफओ समेत सभी अन्य संस्थाओं के प्रमुख एवं वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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वन संरक्षण में भागीदारी और जनसहयोग बढ़ाने की अपील

राज्य ब्यूरो, रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने वन संरक्षण के कार्यो में आम लोगों की भागीदारी और जनसहयोग बढ़ाने पर जोर दिया है। सोमवार को मंत्रालय में झारखंड राज्य वन्य जीव बोर्ड की बैठक में उन्होंने इस बाबत विशेष निर्देश दिए। कहा कि बरसात के मौसम के बाद पूरे राज्य में बांस रोपण के कार्य को अभियान के रूप में चलाया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि साहिबगंज के पास गंगा नदी में डॉल्फिन भी पाई जा रही है। उन्होंने इसका संरक्षण करने और इस क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया। सीएम ने कहा कि राज्य में वन्य प्राणियों पर शोध के लिए एक फंड बनाया जाएगा। वन संरक्षण के कार्य में जनभागीदारी और जनसहयोग को बढ़ाएं। जिन लोगों की रुचि है, यदि वे इससे जुड़ेंगे तो इसका सकारात्मक परिणाम दिखेगा। पलामू टाइगर रिजर्व के लिए मुख्यमंत्री ने अभी दो पर्यटक वाहन चलाने का निर्देश देते हुए कहा कि माग बढ़े तो और वाहन बढ़ाएं। बैठक में दलमा वन्यप्राणी आश्रयणी के इको सेंसिटिव जोन में रड़गांव-महुलिया उच्च पथ, मंडल डैम, कोडरमा वन्य प्राणी आश्रयणी अंतर्गत ध्वजाधारी पहाड़ के समय नेचर एंड वाइल्ड अवेयरनेस सेंटर व मंदिर पथ पर रेलिंग के निर्माण समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई।

बैठक में मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी, वन एवं पर्यावरण विभाग के अपर मुख्य सचिव इंदुशेखर चतुर्वेदी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय कुमार समेत बोर्ड के अन्य सदस्य उपस्थित थे।

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