राजधानी रांची से करीब पर विकास से कोसों दूर, तैरकर पार करते हैं नदी, नहीं तो लंबी परिक्रमा करना है मजबूरी

रांची की केदल पंचायत अंतर्गत गेतलातू क्षेत्र में कई मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। देवीदर्शन रोड देवनगर सुंदरनगर ईश्वरनगर आदि इसी इलाके में हैं जहां कुछ क्षेत्रों में तो सड़क बिजली जलनिकासी आदि की समस्या बड़ी है। यहां पहुंचने के लिए लोगों को लंबी परिक्रमा करनी पड़ती है।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 02:02 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 02:02 PM (IST)
राजधानी रांची से करीब पर विकास से कोसों दूर, तैरकर पार करते हैं नदी, नहीं तो लंबी परिक्रमा करना है मजबूरी
रांची जिले के केदल पंचायत अंतर्गत गेतलातू क्षेत्र में सड़क की दुर्दशा।

रांची,जासं।  : रांची स्थित केदल पंचायत अंतर्गत गेतलातू क्षेत्र में कई मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। देवीदर्शन रोड, देवनगर, सुंदरनगर, ईश्वरनगर आदि इसी इलाके में हैं। कुछ क्षेत्रों में तो सड़क, बिजली, जलनिकासी आदि की समस्या बड़ी है। बूटी मोड़ से आगे बढ़ने पर आता है गेतलातू क्षेत्र। यहां से दाएं मुड़ने पर शुरू होता है देवीदर्शन रोड। इसी रोड पर मां तारा मंदिर स्थित है। आगे बढ़ने पर बीआइआइटी पॉलीटेक्निक कॉलेज है और उससे आगे देवनगर। यहां के लोगों की एक बड़ी समस्या जुमार नदी एवं गोंदली पोखर का मार्ग है। सुगनी बस्ती में छह से आठ गांव हैं। गांव की ओर जाने के लिए लोगों को काफी लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। आर्मी कैंट के चलते या तो लोगों को जान जोखिम में डालकर नदी को पार कर इस ओर आना पड़ता है अथवा गोंदली पोखर से आना पड़ता है। देवनगर से गोंदली पोखर की दूरी 15-16 किमी. है। लोगों का कहना है कि इस समस्या का जल्द समाधान होना आवश्यक है।

बीआइआइटी कॉलेज पार करने के बाद जर्जर अवस्था में देवीदर्शन रोड

बीआइआइटी कॉलेज तक तो रोड ठीक ठाक है। लेकिन जुमार नदी की ओर गई सड़क पर जगह-जगह गड्ढे उभर गए हैं। रोड ब्रेकर के लिए सड़क तो कई स्थानों पर बीच से काटी गई है। लेकिन अभी तक ब्रेकर नहीं बना है। इससे बारिश में लोगों को काफी परेशानी होती है। देवी दर्शन रोड पर जल निकासी की बड़ी समस्या है। नाली नहीं होने से बारिश में यहां नारकीय स्थिति बन जाती है। लोग जल-जमाव और कीचड़ से परेशान हैं। इसी रोड पर दाईं ओर गई पहली गली में पांच परिवार निवास करता है। यह गली भी कच्ची है। नाली एक भी नहीं है। कॉलेज पार करने के बाद सड़क के दोनों ओर नालियां तो हैं। लेकिन देख रेख के अभाव में वह भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। घास एवं झाड़-झंखाड़ से नाली ढंक गई है और उसमें कूड़ा-कचरा पड़ा है।

बिजली का कनेक्शन होने बावजूद नहीं लगे खंभे

देवी दर्शन रोड की पहली गली में एक भी विद्युत का पोल नहीं है। लोग बांस गाड़कर अपने खर्च से तार लगाकर विद्युत का उपभोग करते हैं, जो हादसे का सबब बन सकता है। देवनगर में बिजली के खुले वायर हैं। बारिश एवं तेज हवा चलने से ये वायर आपस में टकराते हैं, तो कई बार फेज उड़ जाता है। विद्युत आपूर्ति ठप हो जाती है। सेवा वापस बहाल होने में घंटों लग जाते हैं। देवनगर में 25-30 परिवार रहता है। यहां भी जलनिकासी की समस्या है। हालांकि विगत एक सप्ताह से सड़क निर्माण का काम शुरू हुआ है। लेकिन क्षेत्र में पेयजल की समस्या है। लोगों ने अपने घरों में बोरिंग तो कर रखी है। लेकिन गर्मियों में समस्या बढ़ जाती है। चूंकि अधिकतर लोग बाहर से आकर बसे हैं, तो मुखिया भी इनकी ओर ध्यान नहीं देती हैं।

देवीदर्शन रोड पर जल जमाव से लोग परेशान

गेतलातू स्थित देवीदर्शन रोड के निवासी दिलीप साहू कहते हैं कि देवीदर्शन रोड पर निकासी बड़ी समस्या है। नाली नहीं होने के बारिश में जल जमाव हो जाता है। सड़क पर भी कई स्थानों पर गड्ढे बन गए हैं। गंदा पानी और कीचड़ भरने से यहां सभी परेशान हैं। गोविंद कुमार यादव और अंतु महतो का कहना है कि वे जिस गली में रहते हैं, वह कच्ची है। बारिश में गली में पानी भर जाता है। बहुत परेशानी होती है। बिजली का कनेक्शन तो। लेकिन गली में एक भी सरकारी पोल नहीं लगा है। अपने खर्च पर बांस गाड़कर तार लगाया गया है।

देवनगर के धर्मेंद्र कुमार सिंह कहते हैं कि क्षेत्र में पानी की समस्या रहती है। यहां सप्लाई से जलापूर्ति नहीं होती है। बोरिंग तो है, लेकिन पूरी तरह से समस्या का समाधान नहीं हुआ है। वहीं, देवनगर से सुगनु बस्ती की ओर जाने के लिए या तो जुमार नदी पार करना पड़ता है अथवा गोंदली पोखर की ओर जाना पड़ता है, जो काफी लंबा पड़ता है। रीता देवी का दो साल का बेटा दिव्यांग है। उनका कहना है कि वे गरीब हैं। लेकिन उन्हें किसी प्रकार की सरकारी सुविधा नहीं मिलती है। बच्चे की दिव्यांगता को लेकर कई बार मुखिया से गुहार लगा चुकी हूं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। देवीदर्शन रोड स्थित मां तारा मंदिर के पुरोहित रुद्राक्ष पंडित का कहना है कि इलाके में निकासी की बड़ी समस्या है। बारिश में बड़ी परेशानी होती है। नाली का बनना आवश्यक हो गया है।

chat bot
आपका साथी