पुराने किराये पर ही राजधानी में दौड़ने लगीं सिटी बसें

राजधानी में दूसरी कोरोना की लहर का प्रकोप खत्म होने के बाद सिटी बसों का परिचालन शुरू हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 09:06 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 09:06 AM (IST)
पुराने किराये पर ही राजधानी में दौड़ने लगीं सिटी बसें
पुराने किराये पर ही राजधानी में दौड़ने लगीं सिटी बसें

जागरण संवाददाता, रांची : राजधानी में दूसरी कोरोना की लहर का प्रकोप खत्म होने के बाद सिटी बसें दौड़ने लगी हैं। नगर निगम ने बुधवार को ठेकेदारों को 14 बसें सौंपी हैं। इनमें से छह बसें ठेकेदारों ने सड़क पर उतार दी है। इनका परिचालन कचहरी चौक से फिरायालाल चौक होते हुए राजेंद्र चौक तक हुआ है। आठ बसें बैट्री डाउन होने के कारण स्टार्ट नहीं हो पाईं। ठीक होने के बाद बाकी आठ बसें भी गुरुवार से चलने लगेंगी। अभी ये बसें पुराने किराये पर ही चल रही हैं। ठेकेदारों ने किराया बढ़ाने की बात कही थी मगर, नगर आयुक्त ने इससे साफ मना कर दिया।

सिटी बसों का परिचालन चालू नहीं होने से लोगों को काफी दिक्कत हो रही थी। ऑटो चालक मुसाफिरों से मनमाना किराया ले रहे थे। लोग मांग कर रहे थे कि सिटी बसों को चलाया जाए। इससे नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने सिटी बसों को बुधवार से चालू करने के निर्देश दिए थे। बुधवार को नगर निगम ने 14 बसें ठेकदारों को दे दीं। परिचालन शुरू होने के बाद चरणवार 35 बसें सड़क पर उतार दी जाएंगी।

जागरूकता के लिए बसों में लगे हैं स्पीकर

जागरूकता के लिए बसों में स्पीकर लगाए हैं। इन स्पीकरों का प्रयोग बसों में बैठी सवारी को कोरोना की रोकथाम के लिए बने दिशा-निर्देशों को समझाने के लिए किया जा रहा है। लोगों को समझाया जा रहा है कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिए, सभी लोग अलर्ट रहें ओर नियमों का पालन करें। बुधवार को चलीं दो बसों में अभी स्पीकर लगाया गया है। धीरे धीरे सभी सिटी बसों में स्पीकर लगाया जाएगा।

सवारियां खड़ी मिलीं तो ठेकेदार पर कार्रवाई : नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने निर्देश दिया है कि लोग मास्क पहन कर ही बस में बैठें। बिना मास्क आने वालों को बस में नहीं बैठाया जाएगा। यही नहीं, बसों में सैनिटाइजर रखवा दिया गया है। सीट की क्षमता के अनुसार ही सवारी बैठाने की अनुमति है। खड़े होकर सफर करने पर पूरी तरह पाबंदी है। जिन बसों में खड़ी सवारी मिली उन ठेकेदारों पर कार्रवाई की जाएगी। पिक बसें नहीं चलने से महिलाओं को दिक्कत : राजधानी में नगर निगम ने महिलाओं की सुविधा के लिए पिक बसों का परिचालन शुरू किया था। ये पिक बसें कचहरी चौक से राजेंद्र चौक तक और रातू रोड तक चलाई जाती थीं। कोरोना की दूसरी लहर में सिटी बसों के साथ ही पिक बसों का भी परिचालन बंद कर दिया गया है। महिलाओं की मांग है कि सिटी बसों की तरह पिक सिटी बसें भी चालू की जाएं।

कबाड़ हो गईं 50 सिटी बसें : राजधानी में लोगों को सस्ती परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए सिटी बसें मंगाई गई थीं। लगभग 50 सिटी बसें नगर निगम के बकरी बाजार स्टोर पर खड़ी हुई हैं। यह पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं। उनकी बैटरी और अन्य सामान चोर निकाल ले गए हैं। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि अब यह बसें ठीक नहीं हो सकतीं। यह पूरी तरह कबाड़ हो चुकी हैं। ठेकेदारों ने उठाई किराया दोगुना करने की मांग

: ठेकेदारों ने सिटी बसों का किराया बढ़ाने की मांग उठाई है। ठेकेदारों का कहना है कि डीजल के दामों में बढ़ोतरी हो गई है। पिछले साल भी नगर निगम ने उन्हें किराया नहीं बढ़ाने दिया। इस साल भी अब तक किराया बढ़ाने पर बात नहीं हुई है। उनकी मांग है कि किराया दोगुना किया जाए। कचहरी चौक से राजेंद्र चौक तक अभी पांच रुपये किराया है। इसे बढ़ा कर 10 रुपये करने की मांग है। इसी तरह, धुर्वा से कांटाटोली होकर रातू रोड तक का किराया 10 रुपये है। इसे बढ़ा कर 20 रुपये करने की मांग है।

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नगर निगम को पिक बसों का परिचालन फौरन शुरू करना चाहिए। जब सिटी बसें चल गई हैं तो अब पिक बसें भी चलाई जाएं ताकि महिलाओं को सहूलियत हो।

शिल्पी वर्मा, कोकर

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पिक सिटी बसें नहीं चलने से महिलाओं को दिक्कत हो रही है। इसलिए, नगर निगम पिक बसें भी चलाए। इसका परिचालन एक दो दिन में शुरू कर दिया जाए।

प्रियंका सिंह, लालपुर

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