BSNL SIM KYC अपडेट के नाम पर 2.53 लाख की ठगी, CID ने धनबाद से दो युवकों को किया गिरफ्तार

Cyber Fraud Jharkhand Crime News सीआइडी के अधीन संचालित साइबर अपराध थाने की पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। रांची के डोरंडा के हिनू शुक्ला कॉलोनी निवासी प्रत्युष नाथ ने 12 अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 04:38 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 07:25 PM (IST)
BSNL SIM KYC अपडेट के नाम पर 2.53 लाख की ठगी, CID ने धनबाद से दो युवकों को किया गिरफ्तार
Cyber Fraud, Jharkhand Crime News मामले में 12 अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

रांची, राज्य ब्यूरो। अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) के अधीन संचालित साइबर अपराध थाने की पुलिस ने केवाइसी अपडेट के नाम पर 2.53 लाख रुपये की ठगी के मामले शुक्रवार को धनबाद से दो युवकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों में धनबाद के धनसार थाना क्षेत्र में पुराना स्टेशन शिव मंदिर के समीप रहने वाला सचिन कुमार मंडल व धनबाद के गोविंदपुर थाना क्षेत्र स्थित गोविंदपुर लाल बंगाला शिवशक्ति कॉलोनी निवासी रोहित कुमार सिंह शामिल हैं।

मिली जानकारी के अनुसार आरोपितों ने रांची के डोरंडा थाना क्षेत्र के हिनू शुक्ला कॉलोनी निवासी प्रत्युष नाथ से उक्त ठगी की है। प्रत्युष नाथ के मोबाइल पर आरोपितों ने बल्क मैसेज भेजकर बीएसएनएल के सिम का केवाइसी अपडेट कराने का झांसा दिया। इसके बाद पूरा ब्योरा लेकर उनके खाते से दो लाख 53 हजार रुपये की निकासी कर ली। इस घटना के बाद पीड़ित प्रत्युष नाथ ने गत 12 अप्रैल को साइबर अपराध थाने में धोखाधड़ी व आइटी एक्ट में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

साइबर अपराध थाने की पुलिस ने तकनीकी सहायता से अपराधियों के बारे में जानकारी एकत्रित की और 17 सितंबर को छापेमारी कर धनबाद से दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपितों के पास से कांड से जुड़ा बैंक खाता, जिसमें राशि का स्थानांतरण किया गया था और उक्त मोबाइल, जिसके माध्यम से ठगी की गई थी, उसे बरामद कर लिया गया है।

अब तक कितनों को लगाया चूना, ली जा रही है जानकारी

साइबर अपराध थाने की पुलिस दोनों आरोपितों से जानकारी जुटा रही है कि अब तक उन लोगों ने कितने लोगों के साथ ठगी की है। प्रारंभिक पूछताछ में दोनों आरोपितों ने स्वीकारा है कि वे छोटा-मोटा काम करते हैं, लेकिन उनका मुख्य पेशा तो साइबर अपराध ही है।

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