झारखंड में बच्चों को मिड डे मील में मिलेगा पोषणयुक्त चावल, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने दिया निर्देश

MDM Jharkhand Hindi News केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राज्य सरकार को लागू करने के निर्देश दिए हैं। चावल को फोर्टिफाइड करने के लिए प्रति किलो 73 पैसे मिलेंगे। स्कूल बंद रहने या भोजन नहीं मिलने पर सूखा राशन में फोर्टिफाइड चावल मिलेगा।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 06:31 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 10:29 AM (IST)
झारखंड में बच्चों को मिड डे मील में मिलेगा पोषणयुक्त चावल, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने दिया निर्देश
MDM Jharkhand, Hindi News केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राज्य सरकार को लागू करने के निर्देश दिए हैं।

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठ के बच्चों को मिड डे मील में अब पोषणयुक्त चावल मिलेगा। केंद्र ने मिड डे मिल योजना के तहत बच्चों को दोपहर के भोजन में फोर्टिफाइड चावल देने के निर्देश दिए हैं। स्कूलों के बंद रहने या स्कूल खुलने पर भोजन नहीं मिलने पर फोर्टिफाइड चावल बच्चों को सूखा राशन के रूप में भी दिया जा सकेगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव आरसी मीणा ने राज्य के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव को पत्र लिखकर केंद्र के मिड डे मील में फोर्टिफाइड चावल देने के इस निर्णय की जानकारी देते हुए इसे लागूू करने के लिए कहा है।

इसे लेकर उन्होंने फूड कारपोरेशन आफ इंडिया तथा राज्य के खाद्य आपूर्ति विभाग से समन्वय बनाने तथा फोर्टिफाइड चावल के लिए आवश्यक मैकेनिज्म विकसित करने के लिए कहा है। उन्होंने चावल को फोर्टिफाइड करने के लिए प्रति किलो 73 पैसे योजना के तहत मिलने की भी जानकारी दी है। केंद्रीय संयुक्त सचिव ने यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने अभिभाषण में वर्ष 2024 तक जन वितरण प्रणाली एवं मिड डे मील में शत प्रतिशत फोर्टिफाइड चावल देने की घोषणा की है।

बच्चों को फोर्टिफाइड चावल क्यों

दरअसल, भोजन के जरिए हमारे शरीर में विटामिन और मिनरल जैसे पोषक तत्व पहुंचते हैं, लेकिन आज के दौर में खान-पान के बदलते तौर-तरीकों और गरीब वर्ग के असंतुलित भोजन की वजह से इसकी कमी बढ़ गई है। इसे दूर करने के लिए विटामिन और मिनरल को प्रोसेसिंग के जरिए खाद्य पदार्थों में अलग से मिलाया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया को ही फूड फोर्टिफिकेशन कहा जाता है। फोर्टिफाइड चावल में आयरन, विटामिन, फोलिक एसिड आदि भरपूर मात्रा में होता है।

झारखंड में 48 प्रतिशत बच्चे हैं कुपोषित

झारखंड जैसे राज्य में बच्चों को फोर्टिफाइड चावल मिलने से कुपोषण की समस्या में कमी आ सकती है। बता दें कि राज्य में लगभग 48 प्रतिशत बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। फोर्टिफाइड चावल में पाए जाने वाले आयरन, जिंक, फोलिक एसिड, विटामिन-ए, विटामिन बी-वन, विटामिन बी-12 आदि से बच्चों का पोषण ठीक होगा।

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