Chhath Puja 2021: नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व आज से शुरू, जानें शुभ मुहूर्त
Chhath Puja 2021 Date छठ पूजा के नहाय-खाय में व्रती सुबह में नदी या तालाब में स्नान करके नया अरवा चावल का भात और चना दाल तथा कद्दू की सब्जी बनाती है। छठ पर्व का उत्साह बाजार से लेकर घर तक दिखाई दे रहा है।
रांची, जासं। लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की शुरुआत आज नहाय खाय के हो गई है। छठ पूजा को लेकर घरों से लेकर बाजार तक में लोगों का उत्साह देखने को मिल रहा है। नहाय-खाय में व्रती सुबह नदी या तालाब में स्नान करके नया अरवा चावल का भात और चना दाल और कद्दू की सब्जी बनाती है। हालांकि कोरोना संक्रमण को देखते हुए ज्यादातर व्रती इस बार भी घर में ही स्नान करके कद्दू भात बना रही हैं। यह भोजन सेंधा नमक से बनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि नहाय-खाय के दिन भगवान सूर्य को कद्दू भात का पहला भोग अर्पित किया जाता है। इसके बाद व्रती खरना के साथ 36 घंटों का महा निर्जला व्रत करती हैं।
रविवार को छठ व्रती महिलाओं ने खरना के लिए गेंहू धोकर सूखाया। शाम में लोग बाजार में खरना की तैयारी के लिए सब्जी और राशन की खरीदारी करते हुए दिखाई दिए। बाजार में छठ को लेकर भीड़भाड़ है। अपर बाजार के थोक किराना व्यापारी सुनील गुप्ता बताते हैं कि महंगाई का असर तो बाजार में दिख रहा है। मगर छठ को लेकर लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ है। राशन दुकान से लेकर फल और सब्जी तक की बिक्री बेहतर हो रही है। छठ के लिए खास रूप से बिहार के हाजीपुर से केला मंगाया गया है। हाजीपुर केले का दो ट्रक सोमवार को हरमू फल मंडी पहुंच सकता है।
कोरोना के कारण घर पर अर्घ्य देंगे व्रती
छठ पर्व में लोगों को घाटों पर जाने की इजाजत झारखंड सरकार ने दे दी है। बावजूद इसके लोग कोरोना संक्रमण और भीड़ से बचने के लिए अपने घर पर ही छठ का अर्घ्य देने की तैयारी कर रहे हैं। छठ को लेकर बाजार में बाथटब की बिक्री हर दिन बढ़ रही है। इससे आसानी से घर की छत या गार्डन में पूजा की जा सकती है। बाजार में बाथ टब अलग-अलग साइज और शेप में 1150 रुपये से लेकर 15 हजार रुपये तक की कीमत में उपलब्ध है। इसे एक बार खरीदने के बाद लंबे समय तक के लिए उपयोग किया जा सकता है।
नहाय-खाय का मुहूर्तः सुबह 6 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक।