Central University Of Jharkhand: सीयूजे के अस्थायी कैम्पस में तालाबंदी कर धरना प्रदर्शन, तुरंत लिया गया संज्ञान
Central University Of Jharkhand झारखण्ड केन्द्रीय विश्वविद्यालय(Central University Of Jharkhand) के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(All India Student Council) इकाई ने आज सुबह झारखण्ड केंद्रीय विश्वविद्यालय के अस्थायी ब्राम्बे कैम्पस(Brambe Campus) के मेन गेट पर तालाबंदी करके धरना प्रदर्शन(Protest) किया।
रांची जासं। Central University Of Jharkhand : झारखण्ड केन्द्रीय विश्वविद्यालय(Central University Of Jharkhand) के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(All India Student Council) इकाई ने आज सुबह झारखण्ड केंद्रीय विश्वविद्यालय के अस्थायी ब्राम्बे कैम्पस(Brambe Campus) के मेन गेट पर तालाबंदी करके धरना प्रदर्शन(Protest) किया।
धरना प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ता तथा छात्र विश्वविद्यालय(University) प्रशासन के द्वारा छात्रों से किए जा रहे दुर्व्यवहार से क्षुब्ध थे। प्रदर्शनकारी(Protesters) पूर्ण रूप से कुलसचिव, फाइनेंस ऑफिसर, लाइब्रेरियन, मेडिकल ऑफिसर, टेक्निकल सेल तथा ट्रांसपोर्ट इंचार्ज को जिम्मेदार ठहरा रहें थे।
इसकी जानकारी मिलते ही और आंदोलन को देख विश्वविद्यालय कुलपति ने छात्रों की मांगों को तुरंत संज्ञान मे लेते हुए, रजिस्ट्रार, फाइनेंस ऑफिसर, लाइब्रेरियन के आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उसी क्षण मांगों पर सहमति बनीं।
विद्यार्थी परिषद की ओर से आदित्य, सुमित, वैष्णवी, आराधना ने विश्वविद्यालय प्रशासन से अपनी मांग कर रहीं थी और अपनी मांगों को लेकर तालाबंदी किया था।
क्या थी मांग:
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बनी सहमति:
आंदोलन को देख विश्वविद्यालय कुलपति ने छात्रों की मांगों पर तुरंत संज्ञान लेते हुए, रजिस्ट्रार, फाइनेंस ऑफिसर, लाइब्रेरियन के आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा इन मुद्दों पर सहमति बनी।
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा इन मुद्दों पर बनी सहमति: जिसमें की एक और डॉक्टर 11 दिसम्बर से शाम से बैठेंगे। लाइब्रेरी तथा रीडिंग रूम अगले 7,8 दिनों में शुरू हो जाएगी। पूरे कैम्पस में वाई फाई अगले 15 दिसम्बर तक सुचारू रूप से शुरू कर दी जायेगी। फाइनेंस ऑफिस द्वारा पूर्ण रूप से मेस तथा हॉस्टल कंट्रोल, डीन ऑफ स्टूडेंस वेलफेयर के ऑफिस को दिया जाएगा।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता इसे छात्र हितों के लिए उठाए गए आंदोलन को बड़ी जीत मान रही है।