सीमेंट की कीमत 5-10% तक हुई कम, लोहे के दाम में बढ़ोतरी; जानें विस्‍तार से

Jharkhand News Cement Price Iron Rod Price लौह अयस्क की ऊंची कीमतों से सरिया की घटती कीमत फिर बढ़ने की राह पर है। सीमेंट की आपूर्ति में ऐसी कोई कमी नहीं आई है और यही कारण है कि कंपनियों के द्वारा कीमतें कम की जा रही हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Mon, 07 Jun 2021 01:23 PM (IST) Updated:Mon, 07 Jun 2021 08:48 PM (IST)
सीमेंट की कीमत 5-10% तक हुई कम, लोहे के दाम में बढ़ोतरी; जानें विस्‍तार से
Jharkhand News, Cement Price Iron Rod Rate सीमेंट की आपूर्ति में कमी नहीं आई है।

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में निर्माण उद्योग के लिए सीमेंट की घटती कीमतों ने राहत दी है। विभिन्न ब्रांडों की कीमतों में पांच से दस फीसद की कमी आई है। झारखंड में अग्रणी ब्रांड एसीसी और लाफार्ज जैसी कंपनियों की सीमेंट की कीमत में प्रति बैग 20 रुपये तक की कमी आई है तो सेकेंड लाइन पर चल रही ब्रांडों की कीमतें तीस रुपये प्रति बैग तक कम हुई है। यहां 310 रुपये से लेकर 340 रुपये के बीच प्रति बैग सीमेंट की बिक्री हो रही थी, जो अलग-अलग हिस्सों में घटी हैं। दूसरी ओर सरिया की कीमतें एक बार कम होने के बाद फिर बढ़ती दिख रही हैं।

लगभग पंद्रह दिन पहले लोहे की कीमतें कम होनी शुरू हुई थीं, लेकिन सोमवार से बाजार में उछाल की संभावनाएं दिख रही हैं। ऐसा ओडिशा में लौह अयस्कों की बढ़ती कीमतों के कारण हुआ है। ओडिशा माइनिंग कॉरपोरेशन ने हाल में ही लौह अयस्कों की नीलामी की है। इससे निश्चित तौर पर कीमतें बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। सीमेंट व्यवसाय में झारखंड के बड़े कारोबारी उत्तम दोकानिया के अनुसार सीमेंट की कीमतों में कमी के पीछे कोई बड़ा कारण नहीं है। ना ही सरकार की कोई ऐसी नीति आई है जिसका लाभ इन कंपनियों को मिला है।

दरअसल, इस बार कोरोना संक्रमण काल में बड़े पैमाने पर बाजार में सीमेंट की मांग कम हुई है और कई प्रोजेक्ट बंद हैं। सीमेंट की आपूर्ति में ऐसी कोई कमी नहीं आई है और यही कारण है कि कंपनियों के द्वारा कीमतें कम की जा रही हैं। कमोबेश सरिया के साथ भी ऐसे ही हालात बने हुए हैं। मार्च महीने से सभी बड़े ब्रांड की कीमतें बाजार में स्थिर थीं लेकिन ग्राहकों को छूट का प्रतिशत बढ़ता जा रहा था। जिंदल और कैप्टन जैसे ब्रांडों पर जहां तीन-चार प्रतिशत छूट दी जा रही थी, वहीं अब यह बढ़कर छह से आठ फीसद तक हो चुकी थी।

केंद्रीय बजट के साथ ही लोहे की कीमतों में कमी की शुरुआत हुई थी जो कि ब्रांड की अधिकतम मूल्य के साथ नहीं देकर छूट के रूप में दी जा रही थी। अब सोमवार से लोहे की कीमतों में एक बार फिर बढ़ोतरी के आसार हैं। व्यवसायी राजेश रेटोलिया बताते हैं कि ओडिशा माइनिंग कॉरपोरेशन ने अभी लौह अयस्कों की नीलामी की है और पिछली बार 7600 रुपये प्रति टन नीलाम होनेवाली अयस्क इस बार 9600 रुपये तक गई है।

कमजोर स्तर के लौह अयस्क भी 5000 से बढ़कर 7000 रुपये प्रति टन की कीमत पर बिके हैं। यहां रूंगटा, एसएल, जिंदल स्टील, इंद्राणी पटनायक स्टील जैसी कंपनियों ने बड़े पैमाने पर खरीदारी की है और अब कीमतें बढ़नी भी तय मानी जा रही हैं। आयरन ओर के पैलेट झारखंड में 16 हजार रुपये प्रति टन के करीब पहुंच गया है, जो कि 12 हजार रुपये के करीब था। इसका निर्माण सरिया बनाने में किया जाता है।

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