छात्रों के स्वास्थ्य व खुशी के लिए सीबीएसई की बड़ी पहल, इस वेबिनार से जुड़कर दूर करें मेंटल स्ट्रेस
CBSE Latest News कोरोना काल में छात्र शिक्षक व अभिभावक परेशान हैं। इसके लिए सीबीएसई इससे पहले एप और पुस्तिका जारी कर चुकी है। सीबीएसई की यह पहल छात्र शिक्षक व अभिभावकों को तनाव रहित होकर परीक्षाओं की तैयारी में मदद करेगा।
रांची, जासं। CBSE Latest News शिक्षण संस्थान बंद होने की वजह से स्टूडेंट्स इस समय परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं। स्कूल न जाने के कारण घर पर रहने से उनका मेंटल स्ट्रेस का लेवल बढ़ा है। अब इसी मेंटल स्ट्रेस को दूर करने के लिए सीबीएसई अलग-अलग तरीके पर काम कर रहा है। सीबीएसई दोस्त फाॅर लाइफ एप और मेंटल हेल्थ एंड वेल्बीइंग नामक पुस्तिका जारी करने के बाद 12 मई को हेल्थ एंड वेलनेस सीरिज के तहत पहला लाइव वेबिनार का आयोजन कर रहा है। इसका विषय है : केयर, कॉपेशन एंड कम्यूनिकेशन-वे फारवर्ड टू स्ट्रेस फ्री लीविंग। वेबिनार 12 मई को शाम 4 बजे से 5:30 बजे तक आयोजित होगा।
इससे जुड़ने के लिए सीबीएसई ने लिंक भी दिया है। youtu.be/HgXHKPiEaLE and
facebook.com/healthyschoolshealthyindia/live/
छात्रों के अलावा शिक्षक व अभिभावक भी ले सकते भाग
सीबीएसई के इस वेबिनार से विद्यार्थी के अलावा शिक्षक व अभिभावक भी जुड़ सकते हैं। इस वेबिनार में सीबीएसई के चेयरमैन मनोज आहूजा, पीआरओ रमा शर्मा, मोडिरेटर डाॅ. जीतेंद्र नागपाल, स्कूल काउंसेलर के तौर पर डाॅ. वंदना मिश्रा, एमएचआरडी के मनोदर्पण कार्यक्रम की डाॅ. सुधा आचार्या, पैरेंट्स रिप्रजेंटेटिव के तौर पर डाॅ. ज्ञानदीप कौर गुलाटी के सहित पीयर लीडर्स के रूप में प्रतीक अर्श और आन्या शर्मा होंगी।
और भी वेबिनार आयोजित होंगे
सीबीएसई के पूर्व सिटी को-आर्डिनेटर सह गुरुनानक स्कूल के प्राचार्य डाॅ. मनोहर लाल ने कहा कि कोरोना काल में सीबीएसई ने छात्र, शिक्षक व अभिभावक की मनोसामाजिक स्थिति का ध्यान रखते हुए स्वास्थ्य व खुशहाली सीरीज की शुरुआत की है। सीरिज के तहत पहले वेबिनार में खुद का ध्यान रखने, दूसरों के प्रति करुणा और आपस में बातचीत करते रहने पर फोकस किया गया है। उन्होंने कहा कि सीबीएसई की यह पहल छात्र, शिक्षक व अभिभावकों को तनाव रहित होकर परीक्षाओं की तैयारी में मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि यह एक शुरुआत है इस सीरीज के तहत और भी वेबिनार आयोजित होंगे। कहा, कोरोना काल में तनाव के कारण छात्रों में भूलने की प्रवृति बढ़ गई है। साथ ही परिवार के दूसरे सदस्यों के साथ भी गुस्से से व्यवहार करने जैसी आदतें हो गई हैं। काउंसलर इन समस्याओं का निदान करेंगे। इसके तहत स्टूडेंट्स, टीचर्स और पेरेंट्स की मानसिक सेहत को बेहतर बनाया जाएगा।