झारखंड में शराब की बिक्री घटी, कारोबारी परेशान; खपत पर उत्पाद कर लेने की गुहार Ranchi News

Jharkhand News. झारखंड खुदरा शराब विक्रेता संघ ने मंत्री व सचिव से गुहार लगाई है। कहा है कि वर्तमान में लाइसेंसी दुकानदारों को काफी समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 10:57 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 09:13 AM (IST)
झारखंड में शराब की बिक्री घटी, कारोबारी परेशान; खपत पर उत्पाद कर लेने की गुहार Ranchi News
झारखंड में शराब की बिक्री घटी, कारोबारी परेशान; खपत पर उत्पाद कर लेने की गुहार Ranchi News

रांची, राज्य ब्यूरो। कोरोना संकट काल में शराब की बिक्री प्रभावित हो रही है। शराब उठाने का दबाव है, लेकिन खपत नहीं होने से दुकानों में स्टॉक बढ़ता जा रहा है। झारखंड खुदरा शराब विक्रेता संघ ने उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के मंत्री व सचिव को कारोबार में आ रही दिक्कतों से अवगत कराया है। पत्राचार कर मांग की है कि शराब की जितनी खपत है, उतनी ही लेने की अनुमति दें और खपत पर ही उत्पाद कर का निर्धारण किया जाए। संघ का कहना है कि राज्य में कोरोना काल में ही वित्तीय वर्ष 2020-21 का कोटा लागू कर दिया गया है।

दुकानदारों ने जुलाई माह के भी निर्धारित कोटा का उठाव कर लिया, लेकिन उसके अनुसार बिक्री संभव नहीं हो सकी। सभी दुकानदारों के पास शराब का स्टॉक भारी मात्रा में हो गया है, जिसके चलते अगस्त के कोटा का उठाव मुश्किल हो गया है। वर्तमान में लाइसेंसी दुकानदारों को काफी समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं, जिसपर विचार करने की जरूरत है। दुकानदारों की मांग है कि मई व जून में उठाव पर ही उत्पाद कर लेने का प्रावधान था। मई-जून की तरह ही शराब के उठाव पर उत्पाद कर काटा जाय।

दुकानदारों ने गिनाईं समस्याएं सभी जिलों में 15-20 कंटेंनमेंट जोन बना दिया गया है, उस क्षेत्र की दुकानों में बिक्री बंद है। सभी बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन बंद हैं, आवागमन बंद है, वहां की दुकानों से बिक्री बंद है, उनके आसपास की दुकानों से बिक्री प्रभावित है। खूंटी में जिला प्रशासन ने अपने स्तर पर जिले को दो बजे तक ही खुला रहने का निर्देश दिया है। कुछ जिलों में जिला प्रशासन दुकानों को खुलने एवं बंद होने के समय को नियमानुसार निर्धारित कर रहे हैं, जिससे शराब का कोटा बेच पाना संभव नहीं है। जिलों में कोरोना संबंधित मरीज बढ़ते जा रहे हैं, जिसके कारण लोग अपने घरों से निकलने से भी परहेज कर रहे हैं, इससे बिक्री प्रभावित है।

chat bot
आपका साथी