बैंडविथ की कमी से खलारी में नहीं मिल रही बीएसएनएल की ‘फाइबर टू द होम’ की सेवा

बीएसएनएल के मांडर एक्सचेंज इंचार्ज जेटीओ प्रत्यूष पाठक ने बताया कि खलारी क्षेत्र में एफटीटीएच सुविधा के लिए जितनी आधारभूत संरचना की आवश्यकता है उतना नहीं है। अभी की क्षमता के अनुसार मात्र 40 उपभोक्‍ताओं को ही सुविधा मिल सकती है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 02:01 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 02:05 PM (IST)
बैंडविथ की कमी से खलारी में नहीं मिल रही बीएसएनएल की ‘फाइबर टू द होम’ की सेवा
खलारी में अभी बैंडवि‍थ की क्षमता कम है।

खलारी (रांची), जासं। रांची जिला अंतर्गत खलारी के लोगों को बीएसएनएल के ‘फाइबर टू द होम’ (एफटीटीएच) की सुविधा के लिए अभी इंतजार करना होगा। इसका मुख्य कारण है बैंडविथ की कमी होना। इस संबंध में जानकारी देते हुए हुए बीएसएनएल के मांडर (रांची) एक्सचेंज इंचार्ज जेटीओ प्रत्यूष पाठक ने बताया कि खलारी क्षेत्र में एफटीटीएच सुविधा के लिए जितना आधारभूत संरचना की आवश्यकता है, उतना नहीं है। बताया कि जून 2020 के बाद से उन्होंने रातू से ब्रांबे, मांडर, बीजूपाड़ा, मैकलुस्कीगंज, खलारी, डकरा, पिपरवार, बचरा, बुढ़मू, ब्रांबे और पुनः रातू तक एक सर्किट पूरा करने में सफलता पाई है।

इसका बड़ा फायदा यह हुआ है कि किसी भी जगह यदि ओएफसी कट भी जाता है तो बीएसएनएल के मोबाइल या ब्रॉडबैंड उपभोक्ता का बाधित नेटवर्क तुरंत रिकवर कर लिया जा रहा है। एफटीटीएच के संबंध में बताया कि यह सर्किट एक लीनियर रूट है। ओएफसी में काफी कट हुए हैं जिन्हें रिपेयर किया गया है। इससे एम्पीयर लॉस होता है। ओएफसी को अंडरग्राउंड लेकर जाना है। लेकिन सड़क निर्माण से नुकसान और जमीनी हालात के कारण अनेक जगहों पर लंबे-लंबे ओएफसी को ऊपर-ऊपर ले जाना पड़ा है। विभाग अभी कैपिटल इंफ्रास्ट्रक्चर मद में फंड नहीं दे रहा है वहीं मैन रिसोर्स की भी कमी है। इसके कारण नया ओएफसी बिछाना और बैंडविथ बढ़ाना संभव नहीं है।

फ्रेंचाइजी मिले तो खलारी में 35-40 उपभोक्ताओं को मिल सकता है एफटीटीएच

जेटीओ प्रत्यूष पाठक ने बताया कि बीएसएनएल फ्रेंचाइजी के माध्यम से ग्राहकों को एफटीटीएच सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गई है। बताया कि अभी के बैंडविथ क्षमता के अनुसार खलारी के मात्र 35 से 40 उपभोक्ताओं को एफटीटीएच के माध्यम से ब्रॉडबैंड और लैंडलाइन की सुविधा मिल सकती है। इसके लिए ओएफसी क्षेत्र में किसी अनुभवी को फ्रेचाइजी लेना होगा। कहा कि इच्छुक एजेंसी या व्यक्ति उनसे या उनके मार्केटिंग डिवीजन से बात कर सकते हैं। पाठक ने बताया कि डकरा के लिए फ्रेंचाइजी मिल गया है। जल्द ही वहां एफटीटीएच सुविधा से कनेक्शन देने का काम शुरू हो जाएगा।

क्या है एफटीटीएच

एफटीटीएच मतलब फाइबर टू द होम। रेडियो लिंक पर आधारित एयर फाइबर सेवा को इंटरनेट की दुनिया में नई क्रांति कहा जाता है। यह तकनीक एफटीटीएच कहलाती है। इस तकनीक में ऑप्टिकल फाइबर से बेहतर इंटरनेट सुविधा पहुंचाई जाती है। यह वर्तमान में इस्तेमाल होने वाली कॉपर इंफ्रॉस्ट्रक्चर यानि टेलीफोन वायर केबल से कई गुना बेहतर काम करती है। दुनिया में वीडियो, इंटरनेट व वॉयस सर्विस के लिए इस तकनीक का तेजी से इस्तेमाल हो रहा है। बीएसएनएल इस तकनीक का इस्तेमाल कर उपने ग्राहकों को हाई स्पीड ब्रॉडबैंड सहित लैंडलाइन फोन की सुविधा प्रदान कर रही है। इसमें उपभोक्ता के घर तक ऑप्टिकल फाइबर आएगा।

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