फाइलों में भटक कर टल गई नगर निगम बोर्ड की बैठक

रांची नगर निगम की सोमवार को होने वाली बोर्ड की बैठक स्थगित कर दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 07:53 AM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 07:53 AM (IST)
फाइलों में भटक कर टल गई नगर निगम बोर्ड की बैठक
फाइलों में भटक कर टल गई नगर निगम बोर्ड की बैठक

जागरण संवाददाता, रांची : रांची नगर निगम की सोमवार को होने वाली बोर्ड की बैठक स्थगित कर दी गई। बोर्ड की बैठक सोमवार को होने की बात थी। इसके लिए रांची नगर निगम के नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने फाइल बढ़ा दी थी। फाइल डिप्टी मेयर के पास भेजी गई थी। इसके बाद फाइल मेयर के पास जाती है। अधिकारियों का कहना है कि मेयर को ही बैठक की तारीख तय करनी होती है या फिर सोमवार को ही इसे करने पर मुहर लगानी था। मगर, किसी कारणवश ऐसा नहीं हो सका।

तारीख तय नहीं हो पाने की वजह से वार्ड पार्षदों को एजेंडे की कॉपी नहीं दी गई थी। ना ही वार्ड पार्षदों को बोर्ड की मीटिग होने की आधिकारिक सूचना दी गई थी। वार्ड पार्षदों से रांची नगर निगम के अधिकारियों ने मौखिक जानकारी दी थी कि बैठक सोमवार को होगी। लेकिन सोमवार की सुबह जब वार्ड पार्षदों ने पता किया तो मालूम हुआ कि बोर्ड की बैठक स्थगित कर दी गई है। डिप्टी मेयर मेयर कोलकाता में थे। उन्हें भी यही जानकारी थी कि सोमवार को रांची नगर निगम बोर्ड की बैठक होगी। वो कोलकाता से सोमवार की सुबह बोर्ड की बैठक में हिस्सा लेने रांची आ गए थे। मगर, उन्हें यहां आकर पता चला कि बैठक टाल दी गई है। वार्ड पार्षद अरुण झा ने बताया की बोर्ड की बैठक ही ऐसा माध्यम है जिसके तहत जनता की समस्या और परेशानियों और उनके द्वारा प्रस्तावित कार्यों को बोर्ड के पटल पर रखा जाता है। प्रस्तावित कार्यों को बोर्ड मंजूरी देता है। इसके बाद रांची नगर निगम योजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति के लिए फाइल आगे बढ़ाता है।

हर महीने होनी चाहिए निगम बोर्ड की बैठक

वार्ड पार्षद का कहना है की बोर्ड की बैठक हर महीने होनी चाहिए। पिछले साल अक्टूबर में बोर्ड की बैठक में फैसला किया गया था कि अब यह बैठक हर महीने होगी। हर महीने की 3 तारीख को स्टैंडिग कमेटी की बैठक होगी और 10 तारीख को बोर्ड की बैठक होगी। लेकिन इस पर अमल आज तक नहीं हो पाया है। वार्ड पार्षदों का कहना है कि जब बजट बनाना था तो आनन-फानन में फरवरी में बोर्ड की बैठक की गई और मार्च में बैठक कराने के बाद बजट को पास कराया गया। लेकिन इसके बाद से आज तक बैठक नहीं हुई है।

जून में भी नहीं हो सकी थी बोर्ड की मीटिग

जून में वर्चुअल बैठक का ऐलान किया गया था। लेकिन बाद में कहा गया कि वर्चुअल नहीं कोरोना काल के बाद वास्तविक बैठक होगी। अब जब कोरोना खत्म हो गया है। तो वार्ड पार्षदों ने बोर्ड की बैठक करने के लिए आवाज उठाई। इसके बाद 13 सितंबर को बोर्ड की बैठक नियत की गई। फाइल आगे बढ़ी। एजेंडा तैयार करने का काम शुरू हुआ। लेकिन कुछ एजेंडे पर मेयर ने रोक लगा दी। इसके बाद एजेंडा पर विवाद हो गया। नियमानुसार बोर्ड की बैठक के 72 घंटे पहले वार्ड पार्षदों को एजेंसी की कापी दी जानी है। लेकिन यह कापी वार्ड पार्षदों को नहीं दी गई। तभी आशंका थी कि बोर्ड की बैठक टाल दी जाएगी। वही हुआ और सोमवार की सुबह पता चला कि बोर्ड की बैठक स्थगित कर दी गई है। दूसरी तरफ, मेयर ने नगर आयुक्त को पत्र लिख कर बैठक टलने के बारे में जानकारी चाही है।

नगर आयुक्त ने बढ़ा दी थी बैठक की फाइल

उप नगर आयुक्त रजनीश कुमार ने बताया कि बोर्ड की बैठक के लिए नगर आयुक्त कार्यालय से फाइल आगे बढ़ाई गई थी। डिप्टी मेयर का कहना है कि फाइल उन्होंने भी आगे बढ़ा दी थी। उप नगर आयुक्त रजनीश कुमार ने बताया कि अब मेयर को ही तय करना था कि बोर्ड की बैठक कब होगी।

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