सीबीआइ जांच के लिए राज्य सरकार पर दबाव बनाएगी भाजपा
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार रूपा तिर्की हत्याकाड की जाच जब तक सीबीआइ से कराने की मांग जोर पकड़ रही है।
संसू, रातू : झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार रूपा तिर्की हत्याकाड की जाच जब तक सीबीआइ से कराने की अनुशसा नहीं करती है, तब तक भाजपा चुप नहीं रहने वाली। झारखंड पुलिस में कार्यरत, साहेबगंज की थानेदार व रातू की बेटी को हरहाल में इंसाफ मिलना चाहिए। यह बातें भाजपा के राज्यसभा सदस्य सह प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कही। वे शनिवार को रूपा तिर्की के स्जवनों से मिलने उनके तिलता रातू स्थित आवास पहुंचे। उनके साथ भाजपा के प्रदेश महामंत्री प्रो. आदित्य साहू, डा. प्रदीप वर्मा, ग्रामीण जिला अध्यक्ष सुरेंद्र महतो और प्रदेश महिला अध्यक्ष आरती कुजूर भी थीं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश सबसे पहले रूपा के पिता देवानंद उराव, मां पद्मावती उराव, बहन निर्मला व उर्मिला से मिले और पूरी जानकारी ली। दीपक प्रकाश ने रूपा तिर्की के स्वजनों को आश्वस्त किया कि भाजपा अब चुप नहीं बैठेगी। झारखंड के सभी भाजपा विधायक एवं सहयोगी के अलावा झारखंड के सभी भाजपा सासद व सहयोगी इस मामले को उच्च स्तर तक ले जाएंगे। अगर झारखंड सरकार सीबीआइ जाच नहीं कराती है, तो राजभवन में राज्यपाल से मिलकर सीबीआइ जाच के लिए बात करेंगे। कहा कि यह मामला हाई प्रोफाइल है, जिसमें काफी बड़े लोगों का हाथ है। ऐसे में स्थानीय पुलिस से इंसाफ मिलने की उम्मीद कम ही है। उन्होंने यहा तक कहा कि साहेबगंज के एसपी जब हमारा फोन नहीं उठा रहे हैं, तब उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है। मैं इस मामले को भी ऊपर ले जाऊंगा। रूपा एक होनहार और तेजतर्रार लड़की थी। उसका लक्ष्य सिर्फ सब इंस्पेक्टर तक नहीं था, उसे तो उससे भी काफी ऊपर तक जाना था। पर, इस समाज में जलने वालों की भी संख्या काफी होती है। इसका नतीजा उसे भुगतना पड़ा। उसे तो अपने लोगों ने ही धोखे में रखकर मार डाला है। अगर रूपा को इंसाफ नहीं मिला तो झारखंड में फिर आदिवासी बेटी के साथ इस तरह की घटना न हो दसकी कोई गारंटी नहीं, इसलिए इस घटना से हरहाल में पर्दा उठना ही चाहिए। मौके पर भाजपा के सुबोध साहू, संजीव तिवारी, जिला परिषद सदस्य अमर उराव, मंडल अध्यक्ष रुपेश महतो, देवेंद्र सिंह, मंजू लता, मुखिया सुषमा तिर्की, मुकेश भगत सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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बिना हमसे पूछे ही करा दिया गया था पोस्टमार्टम
रूपा के स्वजनों ने राजसभा सासद दीपक प्रकाश को बताया कि जैसे ही हमें घटना की जानकारी मिली, हम सभी वहा पहुंचे थे। पर, वहा की पुलिस हमारी सहायता नहीं कर रही थी। बिना हम से पूछे ही पोस्टमार्टम करा दिया गया। जब पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो वहा से शव निकाल दिया गया था। यहा तक कि हमें बिना बताए उसे किसी वाहन से राची के लिए भी चुपके से भेज दिया गया। जबकि हम लोग सभी वहीं पर थे। लगभग दो घटे के बाद हम लोगों को गाड़ी का नंबर पता चला। तब जाकर हम लोगों ने गाड़ी का पीछा कर पकड़ा। इससे साफ जाहिर होता है कि मेरी बेटी के साथ षडयंत्र हुआ है। यह बात रूपा के पिता देवानंद उराव ने कही।