Lalu Prasad Yadav से मुलाकात पर रोक, जेल प्रशासन ने चिपकाया नोटिस; ये है बड़ी वजह

Lalu Prasad Yadav. बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल प्रशासन की ओर से मुलाकात बंद करने से संबंधित नोटिस भी रिम्‍स की दीवरों पर चिपकाया गया है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sat, 20 Apr 2019 02:09 PM (IST) Updated:Sun, 21 Apr 2019 09:57 AM (IST)
Lalu Prasad Yadav से मुलाकात पर रोक, जेल प्रशासन ने चिपकाया नोटिस; ये है बड़ी वजह
Lalu Prasad Yadav से मुलाकात पर रोक, जेल प्रशासन ने चिपकाया नोटिस; ये है बड़ी वजह

रांची, जासं। Lalu Prasad Yadav - रांची के रिम्‍स में इलाजरत चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से सगा या पराया कोई नहीं मिल सकेगा। बिरसा मुंडा जेल ने यहां पेइंग वार्ड ए 11 में भर्ती लालू से किसी के भी मिलने पर पाबंदी लगाई है। इस शनिवार को लालू से कोई मुलाकाती नहीं होगी। जेल प्रशासन की ओर से मुलाकात बंद करने से संबंधित नोटिस भी दीवरों पर चिपकाया गया है।

बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, होटवार के जेल अधीक्षक के हवाले से कहा गया है कि विधि-व्‍यवस्‍था की समस्‍या के कारण सजावार बंदी लालू प्रसाद यादव से मुलाकात पर रोक लगाई गई है। फिलहाल यह रोक शनिवार 20 अप्रैल तक के लिए ही लगाई गई है। बता दें कि इन दिनों राष्‍ट्रीय जनता दल के अध्‍यक्ष लालू प्रसाद यादव पर बीमारी के नाम पर अस्‍पताल में भर्ती रहकर राजनीति करने का चौतरफा आरोप लग रहा है।

इससे पहले बिहार की सत्तारुढ़ पार्टी जदयू ने लालू के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जेल से फोन पर राजनीतिक नसीहतें देने का आरोप लगाया गया था। बाद में बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने भी लालू पर जेल से लोकसभा चुनाव प्रभावित करने और सियासत करने की शिकायत सार्वजनिक रूप से की थी। इस बीच लालू की सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका का विरोध करते हुए केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ ने भी लालू पर अस्‍पताल से राजनीति करने को लेकर हलफनामा दायर किया था।

मालूम हो कि बिहार में जदयू ने लालू प्रसाद यादव की ओर से लोकसभा चुनावों में राजद के उम्‍मीदवारों को हस्‍ताक्षरित सिंबल और लेटर दिए जाने पर आपत्ति उठाई है। पार्टी ने जेल में बंद लालू द्वारा हस्‍ताक्षरित राजद प्रत्‍याशियों के नामांकन प्रपत्र को खारिज करने की मांग चुनाव आयोग से की है।

राबड़ी देवी ने वीडियो कॉलिंग से की बात, कहा -चुनाव में जनता देगी जवाब
चारा घोटाला के मामले में सजायाफ्ता राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मिलने राजद के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा भी गए थे, लेकिन किसी को मिलने नहीं दिया गया। प्रदेश अध्यक्ष ने इसकी जानकारी बिहार के पूर्व सीएम राबड़ी देवी को दी। इसके बाद राबड़ी देवी ने गढ़वा के मीडियाकर्मियों से वीडियो कॉलिंग से बात की। राबड़ी देवी ने कहा कि क्या कारण है कि लालू प्रसाद से नहीं मिलने दिया गया। भारत सरकार, बिहार व झारखंड की जनता से पूछना चाहती हूं की लालू यादव क्या किये हैं। इसका जवाब जनता चुनाव में देने के लिए तैयार है।

लालू से नहीं मिलने देने का फरमान गलत : राजद
रिम्स में चिकित्सारत राजद सुप्रीमो से किसी को भी नहीं मिलने देने से संबंधित जेल प्रशासन के फरमान पर प्रदेश राजद ने आपत्ति जताई है। महासचिव मनोज पांडेय ने इसे तुगलकी फरमान करार दिया है। कहा है कि यह सब तथाकथित डबल इंजन वाली सरकार के इशारे पर हो रहा है। उन्होंने कहा है कि लालू प्रसाद यादव की लोकप्रियता से घबराकर सरकार ने यह कदम उठाया है।

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