बिरसा जैविक उद्यान अलर्ट, पशुओं के व्यवहार पर रखी जा रही नजर

हैदराबाद के नेहरू चिड़ियाघर में आठ शेरो के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद जैविक उद्यान ओरमांझी में सतर्कता बढ़ा दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 06:00 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 06:00 AM (IST)
बिरसा जैविक उद्यान अलर्ट, पशुओं के व्यवहार पर रखी जा रही नजर
बिरसा जैविक उद्यान अलर्ट, पशुओं के व्यवहार पर रखी जा रही नजर

ओरमांझी : हैदराबाद के नेहरू चिड़ियाघर में आठ शेरो के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद बिरसा जैविक उद्यान ओरमाझी में संक्रमण को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। हालांकि, किसी भी कर्मी द्वारा पीपीई किट का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। इसके बावजूद जैविक उद्यान के जानवरों व पशुओं के कोरोना संक्रमित होने की आशंका नहीं है। उद्यान के निदेशक वाइके दास के अनुसार हैदराबाद के चिड़ियाघर खुले थे। जबकि, जैविक उद्यान पिछले 17 अप्रैल से ही बंद हैं। किसी भी सैलानी को उद्यान के अंदर व पशुओं के पास जाने की इजाजत नहीं है। पशुओं की देख-रेख व साफ-सफाई को लेकर सिर्फ उद्यानकर्मी, पशु चिकित्सक व अधिकारी के अलावा किसी अन्य को उद्यान के पशुओं के सामने जाने की अनुमति नहीं है। ऐसे में फिलहाल जैविक उद्यान के पशुओं के संक्रमित होने की आशंका नहीं है। फिर भी किसी भी वन्य पशु के व्यवहार में परिवर्तन व कर्मी के स्वास्थ्य पर विशेष नजर रखी जा रही है। उद्यान कर्मी एन-95 मास्क, ग्लब्स, सैनिटाइजर वगैरह का इस्तेमाल कर रहे हैं। बावजूद सुरक्षा की दृष्टि से उद्यान के पशुओं के साथ उद्यान व कर्मियों की मॉनिटरिंग और सफाई बढ़ा दी गई है। अब उद्यान में प्रवेश करने से पूर्व सभी कर्मियों को स्टीम लेकर प्रवेश करने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। वहीं, उद्यान के तीन कर्मियों को उद्यान में सैनिटाइजर करने के लिए लगाया गया है। पहले सप्ताह में 2-3 दिन में सैनिटाइजर होता था। अब प्रत्येक दिन करने के लिए कहा गया है। वहीं, उद्यान के कई कर्मी व अधिकारी फेस शील्ड का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।

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भोजन में भी बरती जा रही सावधानी

उद्यान के पशुओं को दिए जाने वाले खाने-पीने में भी उद्यान प्रशासन द्वारा विशेष सतर्कता बरती जा रही है। जानवरों को भोजन देने वाले कर्मी को फेस मास्क, ग्लब्स व सैनिटाइजर इस्तेमाल करना अनिवार्य है। इसके अलावा मासाहारी पशुओं को भोजन उबाल कर दिया जा रहा है। वहीं, अन्य पशु-पक्षियों के भोजन को पोटास जल से धोकर दिए जा रहे हैं।

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ऑक्सीजन युक्त उपचार व्यवस्था की तैयारी

उद्यान निदेशक वाइके दास ने बताया कि सभी कर्मियों का कोविड टेस्ट कराया जाएगा। जो भी संदिग्ध लगेंगे उन्हें 15 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन में भेज दिया जाएगा। उद्यान के चिकित्सक डा. ओमप्रकाश साहू द्वारा उद्यान के पशुओं की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके अलावा उद्यान के पशु चिकित्सालय में ऑक्सीजन युक्त उपचार की सुविधा तैयार करने को कहा गया है। इसमें पशुओं के साथ कर्मियों की भी इमेरजेंसी में उपचार के लिए जरूरी दवा अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।

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