रांची में दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष ने लगाई फांसी, बिहार के जमुई के थे रहने वाले

रांची के धुर्वा थाना क्षेत्र के पटेल फील्ड निवासी 40 वर्षीय अरविंद कुमार ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अरविंद कुमार शर्मा मार्केट के पास बस स्टैंड में मुर्गा का दुकान लगाते थे। वह मूल रूप से बिहार के जमुई के रहने वाले थे।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 09:54 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 09:54 AM (IST)
रांची में दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष ने लगाई फांसी, बिहार के जमुई के थे रहने वाले
रांची में दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष ने लगाई फांसी। जागरण

रांची/तुपुदाना, जासं। रांची के धुर्वा थाना क्षेत्र के पटेल फील्ड निवासी 40 वर्षीय अरविंद कुमार ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अरविंद कुमार शर्मा मार्केट के पास बस स्टैंड में मुर्गा का दुकान लगाते थे। वह मूल रूप से बिहार के जमुई के रहने वाले थे। लेकिन लंबे समय से वे लोग रांची में ही रह रहे थे।

परिवार में पत्नी एक बेटा और एक बेटी है। सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। मोहल्ले के लोग भी काफी शोक संतप्त हैं। क्योंकि सामाजिक कार्यों में अरविंद कुमार बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे। हर किसी के सुख-दुख में शामिल रहते थे और केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति धुर्वा का अध्यक्ष भी थे।

परिजनों ने बताया कि रात में खाना खाने के बाद यह अपने रूम में जाकर सो गए थे। देर रात उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजन सुबह जब उनके रूम में जाकर देखें तो फांसी के फंदे से झूल रहे थे। आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं है। धुर्वा थाने की पुलिस को मामले की जानकारी दी गई है। पुलिस मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजने की तैयारी कर रही है। इस संबंध में वार्ड 39 के पार्षद वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि अरविंद कुमार सामाजिक व्यक्ति थे समाज के कार्यों में लगे रहते थे। पूरे मोहल्ले में हर किसी के सुख-दुख में शामिल रहते थे। साथ ही औद्योगिक महानगर दुर्गा पूजा समिति का सक्रिय सदस्य एवं केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति बस स्टैंड के अध्यक्ष भी थे।

हेल्पलाइन नंबर पर नि:शुल्क मिल रही सलाह

जिला प्रशासन और सीआइपी की संयुक्त पहल से शुरू की गई आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन पर विशेषज्ञों द्वारा सहायता उपलब्ध कराई जा रही। उदास, अवसादग्रस्त लोग हेल्पलाइन नंबर 9334915053 और 9334915046 पर कॉल कर पर निश्शुल्क सलाह ले रहे हैं। इन हेल्पलाइन नंबर पर विशेषज्ञ जरूरतमंदों की मदद के लिए मौजूद हैं। अब तक सामने आए मामलों में रात बारह बजे से सुबह चार बजे के बीच सर्वाधिक लोगों ने संपर्क किया। इसमें ज्यादातर लोगों की उम्र 14 से 35 वर्ष के बीच थी। संपर्क करने वालों में महिलाओं के मुकाबले पुरुषों की संख्या 50 फीसद है।

पांच माह में एक हजार से ज्यादा मामले

झारखंड में कोरोना महामारी के प्रसार से अब तक आत्महत्या के मामलों में वृद्ध दर्ज की गई। स्टेट क्राइम रिकाॅर्ड ब्यूरो के आंकड़े के अनुसार मार्च से जुलाई के बीच करीब 1000 से अधिक लोगों ने आत्महत्या की। लाॅकडाउन के अवसाद के कारण पारिवारिक कलह, डिप्रेशन, आर्थिक तंगी इसकी बड़ी वजह रही। आत्महत्या निवारण के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संगठन सृजन की रिपोर्ट को मानें तो रांची, खूंटी व रामगढ़ के कुछ इलाकों से लिए गए आंकड़े के अनुसार 10 माह में 388 लोगों ने आत्महत्याएं की। इसमें बड़ी संख्या युवाओं की रही।

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